नई दिल्ली
ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना के बाद अभी राहत का कार्य चल ही रहा था कि तमिलनाडु में एक बोगी में दरार का मामला सामने आया. रेलकर्मियों की नजर पड़ने के बाद उस बोगी को ट्रेन से अलग कर नया कोच जोड़ा गया और फिर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया गया. मामला कोल्लम-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस का है.
जानकारी के मुताबिक कोल्लम-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस कोल्लम से चेन्नई जा रही थी. रविवार की शाम ट्रेन अभी सेंगोट्टाई स्टेशन पहुंची थी कि रेलकर्मियों का ध्यान ट्रेन के एक कोच के निचले हिस्से में आई दरार पर पड़ी. कोल्लम-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस के एस-3 कोच के निचले हिस्से में दरार आई थी. दरार पहिए के पास थी.
ट्रेन की बोगी के निचले हिस्से में बड़ी दरार पर जैसे ही रेलकर्मियों की नजर पड़ी, हड़कंप मच गया. रेलकर्मियों ने इसकी जानकारी तत्काल अपने अधिकारियों को दी. ट्रेन की बोगी के निचले हिस्से में आई दरार की खबर पर रेल महकमा तुरंत ही हरकत में आ गया. अधिकारियों ने इसकी जानकारी शीर्ष अफसरों को दी और ट्रेन को वहीं रोक लिया.
कोल्लम-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस को सेंगोट्टोई स्टेशन पर ही रोककर तत्काल दरार वाले डिब्बे में सवार यात्रियों को किसी तरह समझा-बुझाकर अगल-बगल के डिब्बों में शिफ्ट किया गया. इस पूरी कवायद में करीब एक घंटे का समय लगा. घंटेभर की देरी से कोल्लम-चेन्नई एगमोर एक्सप्रेस को आगे के लिए रवाना किया गया और इसकी सूचना मदुरै स्टेशन के अधिकारियों को भी दे दी गई.
मदुरै में जोड़ा गया नया डिब्बा
ट्रेन के मदुरै पहुंचने के बाद एस-3 कोच को अलग कर उसकी जगह नया डिब्बा जोड़ा गया और फिर सभी यात्रियों को उसमें शिफ्ट किया गया. बताया जा रहा है कि दरार काफी बड़ी थी और पहिए के ठीक ऊपर थी. ऐसे में किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता. रेलकर्मियों की सजगता से बोगी को तत्काल खाली कराकर ट्रेन आगे रवाना की गई और अगले स्टेशन पर उसकी जगह नई बोगी जोड़ी गई जिससे दुर्घटना की आशंका टल गई.
बालासोर हादसे में गई 275 की जान
गौरतलब है कि बालासोर के बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर हुए भीषण ट्रेन हादसे में 275 लोगों की मौत हो गई थी. ओडिशा सरकार की ओर से पहले मृतकों की संख्या 288 बताई गई थी. बाद में ओडिशा के मुख्य सचिव ने बयान जारी कर कहा था कि कुछ शव दो बार गिन लिए गए थे. बाद में दोबारा गिनती की गई. मृतकों की तादाद 275 है.
ऐसे शवों की संख्या अधिक है जिनकी पहचान हादसे के दो दिन बाद तक नहीं हो पाई है. क्षतिग्रस्त रेलवे लाइन को दुरुस्त कराकर रेलवे ने इस रूट पर परिचालन भी शुरू करा दिया है. चेन्नई से हावड़ा जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस बहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर हादसे का शिकार हो गई थी. हादसा इतना भीषण था कि रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और ओडीआरएफ के साथ सेना की भी मदद लेनी पड़ी.