राजनीति

MCD चुनाव में AAP की हुई हार, रोचक हुई चेयरमैन की लड़ाई

 नईदिल्ली

दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के बाद से ही आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच घमासान मचा है. एमसीडी के मेयर चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक गई और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद दिल्ली को नया मेयर मिल सका. स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव अटका था. अब एमसीडी चुनाव के करीब 103 दिन बाद स्टैंडिंग कमेटी सदस्य के लिए चुनाव परिणाम का भी ऐलान हो गया है.

एमसीडी की मेयर ने स्थायी समिति के उन सदस्यों के नाम का ऐलान कर दिया जो चुनाव जीते हैं. स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों के चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी, दोनों ही दलों के तीन-तीन उम्मीदवारों को जीत मिली है. आम आदमी पार्टी की एक उम्मीदवार सारिका चौधरी चुनाव हार गई हैं. आम आदमी पाटी के आमिल मलिक, मोहिनी जीनवाल और रमिंदर कौर स्टैंडिंग कमेटी के लिए सदस्य निर्वाचित हुए हैं.

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बीजेपी की ओर से कमलजीत सहरावत, गजेंद्र दराल और पंकज लूथरा स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य निर्वाचित हुए हैं. गौरतलब है कि स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों का चुनाव इसी साल 24 फरवरी को हुआ था. मेयर ने एक वोट अवैध करार दिया था और 27 फरवरी को फिर से चुनाव कराने का ऐलान किया था. मेयर के इस ऐलान को लेकर बीजेपी पार्षद कमलजीत सहरावत और शिखा राय ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी.

दिल्ली हाईकोर्ट ने स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव पर स्टे लगा दिया था. 23 मई को हाईकोर्ट ने बीजेपी पार्षदों के पक्ष में फैसला सुनाया था. दिल्ली हाईकोर्ट ने स्टैंडिंग कमेटी सदस्यों के रीपोल को खारिज कर दिया था और आदेश दिया था कि मेयर चुनाव के नतीजे घोषित करें. बीजेपी ने अब मेयर पर स्थायी समिति के गठन के बाद जोन के चुनाव कराने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया है.

नहीं हो रहा जोन कमेटी का चुनाव

बीजेपी की कमलजीत सहरावत ने कहा कि निगम चुनाव को 7 महीने हो गए लेकिन जोन कमेटी का चुनाव नहीं हो रहा है. आम आदमी पार्टी पार्षद अंकुश नारंग ने कहा है कि नॉमिनेटेड पार्षद अब तक दिल्ली सरकार ने दिए थे. एलजी को ये अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जाए. अंकुश नारंग ने साथ ही ये भी दावा किया कि स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन आम आदमी पार्टी का ही बनेगा.

क्या है स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन का गणित

स्टैंडिंग कमेटी में कुल 18 सदस्य होते हैं. स्टैंडिंग कमेटी में छह सदस्य सदन से चुने जाते हैं यानी पार्षद. स्टैंडिंग कमेटी के छह सदस्यों का चुनाव हो गया है. अब 12 सदस्यों का चुनाव और होना है. 12 सदस्य वार्ड कमेटी से चुने जाते हैं. वार्ड कमेटी सदस्यों के चुनाव के लिए तारीख का ऐलान कमिश्नर की ओर से किया जाना है. इसके अलावा तदर्थ और विशेष समितियों के भी चुनाव होते हैं.

बीजेपी को कैसे मिल सकती है जीत

दिल्ली नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन पद पर जंग आम आदमी पार्टी और बीजेपी को तीन-तीन सीटों पर मिली जीत के बाद रोचक हो गई है. 12 वार्ड कमेटियों में से बीजेपी के पास चार में बहुमत है. अब पूरा समीकरण एल्डरमैन के वोट करने के अधिकार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिका है.

ताजा समीकरण देखें तो अगर एल्डरमैन को मतदान का अधिकार मिलता है तब सिविल लाइंस और नरेला जोन की वार्ड समिति भी बीजेपी के पास आ सकती है. फिलहाल इन समितियों में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बराबर सदस्य हैं. एल्डरमैन मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर ली है. सुप्रीम कोर्ट ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई महीने में फैसला सुना सकता है.
 

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