आगरा
आगरा में रामनवमी वाले दिन माहौल बिगाड़ने की साजिश रची गई थी। गौतम नगर गुफा (एत्मादुद्दौला) के पास 30 मार्च को गोकशी साजिशन कराई गई थी। एक गुट दूसरे गुट को फंसाना चाहता था। अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी इस घिनौनी साजिश में शामिल थे। गुरुवार को पुलिस ने सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया। दो आरोपित पकड़े गए हैं। आधा दर्जन फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
अखिल भारत हिंदू महासभा के जितेंद्र कुशवाह ने गोकशी का मुकदमा लिखाया था। मुकदमे में लोहामंडी निवासी रिजवान, नकीम, बिज्जू आदि को नामजद किया था। गिरफ्तारी की मांग को लेकर दो बार थाने का घेराव किया गया। प्रदर्शन किया गया। डीसीपी सूरज राय ने प्रेसवार्ता में बताया कि पुलिस ने साक्ष्य संकलन के बाद पूरी साजिश का खुलासा किया है। नामजद आरोपियों का गोकशी से कोई लेना-देना नहीं था। उन्हें फंसाने के लिए दूसरे गुट ने वारदात को अंजाम दिया था। सैयदपाड़ा, आलमगंज निवासी इमरान कुरैशी व शानू उर्फ इल्ली को गिरफ्तार किया गया है।
संजय जाट को बताया मुख्य साजिशकर्ता
अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट को जेल भेजे गए आरोपियों ने मुख्य साजिशकर्ता बताया। संजय जाट पर यह कोई पहला आरोप नहीं है। पूर्व में उसे लोहामंडी पुलिस ने रंगदारी वसूलने के आरोप में जेल भेजा था। उस पर गोकशी में फंसाने का भय दिखाकर अवैध वसूली के आरोप लगे थे।
इल्ली को पकड़वाया तो फंसा दिया गया
संजय जाट का कहना है कि इल्ली को पुलिस ने उनकी सूचना पर दो अप्रैल को पकड़ा था। छह अप्रैल को प्रेसवार्ता में एक गोकश के बयान पर हिंदूवादियों को फंसाने की घिनौनी साजिश रची गई। सात अप्रैल को संगठन के लोग पुलिस आयुक्त से मिलकर इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे।