मध्यप्रदेश

अभियान में समाज-सेवियों की भी हो रही है सहभागिता : केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री पाटिल

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि सूरत, अहमदाबाद में शुरू हुए जल संचय-जन-भागीदारी अभियान की आज मध्यप्रदेश के उज्जैन में भी शुरूआत हो रही है। खजुराहो, सागर, रीवा के बाद उज्जैन से भी इस अभियान का शुभारंभ हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी युवा शक्ति जब इस कार्य से जुड़ेगी तो हम धरती माँ को उपहार देंगे, इस प्रक्रिया से जल के भंडार मे वृद्धि होगी। जल संचय हमारी समस्याओं को हल करने का सबसे बेहतर साधन है। केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि देश में चलाये जा रहे अभियान में समाज-सेवियों की सहभागिता से आमजन में भी जागरूकता आ रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव और केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री पाटिल ने इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन में जल संचय-जन-भागीदारी अभियान की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि युवा शक्ति को अभियान से जोड़ने का मकसद है कि युवा प्रकृति और पर्यावरण के महत्व को समझें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने कहा कि गांव का पानी गांव में रहे, तालाबों का जल तालाब में संचित हो,  वर्षा जल को व्यर्थ में बहने से रोकने के लिए यह प्रयास अपने आप में अद्भुत है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री पाटिल ने हमें इस अभियान के बारे में बताया, तो हमने मध्यप्रदेश में भी इस योजना को लागू करने का अभियान चलाया। इस अभियान में समाज-सेवी सहभागिता कर रहे हैं।

कार्यक्रम के आरंभ में भूमि-पूजन किया गया। अभियान में जगह-जगह बोरिंग मशीन से ड्रिल करके गड्ढे किए जाएंगे। इन गड्ढ़ों के मार्फत वर्षा जल को भू-गर्भ में संग्रहीत एवं संरक्षित किया जाएगा। इससे आसपास के जल स्रोतों में जल स्तर बढ़ेगा। साथ ही जल भंडारण क्षमता में भी वृद्धि होगी।

अभियान के शुभारंभ पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, उज्जैन के प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा, जन-प्रतिनिधि, प्रोफेसर और कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

 

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