रायपुर
नगर निगम द्वारा कौशल विकास प्रशिक्षण के तहत सौ से अधिक महिलाओं को सिलाई बुनाई व बुटिक कार्य का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षित महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिये कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि नगर निगम के सभापति प्रमोद दुबे ने महिलाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ सीमा कंदोई ने की। इस अवसर पर प्रशिक्षित महिलाओं के द्वारा तैयार किये गये कपड़ों की प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका अवलोकन करते हुए सभापति प्रमोद दुबे ने उसकी जमकर प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके द्वारा तैयार किये गये कपड़े कंपनी के रेडिमेट कपड़ों से कम नहीं है।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम द्वारा कौशल विकास के तहत महिलाओं को प्रतिशक्षण दिया जाता है ताकि वे आर्थिक रूप से सक्षम हो सके और मोहल्ले में अपना व्यवसाय शुरू कर अपने परिवार का जीवोपार्जन कर सके। इसी कड़ी में आज 50 से ज्यादा महिलाओं को प्रमाण पत्र बांटते हुए नगर निगम के अध्यक्ष प्रमोद दुबे एवं पार्षद डॉ सीमा कंदोई ने प्रशिक्षित छात्राओं एवं महिलाओं द्वारा सिले गए कपड़े देखकर आश्चर्य में पड़ गए ,बड़े-बड़े शोरूम में जिस प्रकार से कपड़ों के प्रदर्शन किए जाते हैं उसी स्तर के सिलाई एवं बुटीक देखने को मिले।साथ ही महाराणा प्रताप हॉस्टल के लगभग 150 लड़कियों ने भी प्रशिक्षण हेतु अपने आवेदन दिए हैं ताकि पढने के साथ-साथ समय रहते अगर वह सिलाई कढ़ाई एवं बुटीक कर लेते हैं तो उनके भी आमदनी का जरिया बन जाता है तथा पढ़ाई में उक्त राशि उपयोग हो।
प्रशिक्षित महिलाओं ने बताया कि सिलाई सीखने के तत्काल बाद उन्हें विभिन्न स्कूलों के ड्रेस एवं सलवार कुर्ती का आर्डर अच्छी खासी मात्रा में मिल जाता है ,साथ ही घर बैठे रोजगार के साधन भी उपलब्ध हो जाते हैं इस अवसर पर अध्यक्ष प्रमोद दुबे ने कहा कि सभी बाजारों में 5 दुकाने महिलाओं के लिए आरक्षित किए जाने के प्लान तैयार किए जा रहे हैं जिससे सब्जी बाजार के समीप इन्हें रोजगार हेतु अवसर प्राप्त हो सके। इस दिशा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया को भी अवगत कराया गया है ,मुख्यमंत्री ने इस दिशा में एक कार्य योजना तैयार कर सभी बाजारों के समीप प्रशिक्षित महिलाओं के लिए छोटी-छोटी दुकानें बनाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात कही। इस अवसर पर प्रशिक्षक का हौसला देखते बनता था रायपुर के चारों तरफ से महिलाओं एवं छात्राओं का समूह प्रशिक्षित होने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं एवं सीखने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ते रहने के कारण इसका अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हो रहा है।