विदेश

यूक्रेन अपने लक्ष्यों को हासिल करने में असफल : पुतिन

मॉस्को,
 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई शुरू की है, लेकिन वह अपने लक्ष्यों को हासिल करने में असफल रहा है।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, पुतिन ने रूस के सोची में संवाददाताओं से कहा, सबसे पहले, यह पूर्ण निश्चितता के साथ कहा जा सकता है कि आक्रामकता शुरू हो गयी है। यूक्रेनी सेना के रणनीतिक भंडार का उपयोग इसे साबित करता है। दूसरे, युद्ध के किसी भी क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों ने अपना लक्ष्य हासिल नहीं किया है, यह बिल्कुल स्पष्ट बात है।

क्रेमलिन की एक प्रेस विज्ञप्ति में पुतिन के हवाले से कहा गया है कि पिछले पांच दिनों की भीषण लड़ाई में यूक्रेनी सैनिकों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन कीव में अभी भी आक्रामक क्षमता बरकरार है। उन्होंने यूक्रेनी जवाबी हमले के खिलाफ कार्रवाई में रूसी सेना और हथियारों की प्रशंसा की।

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उन्होंने कहा, हां, हमारे पास अभी भी इन आधुनिक हथियारों की पर्याप्त मात्रा नहीं है, लेकिन रक्षा उद्योग, देश का सैन्य-औद्योगिक परिसर तेजी से विकसित हो रहा है। मुझे यकीन है कि रक्षा उद्योग के सामने आने वाले सभी कार्य निश्चित रूप से हल हो जाएंगे। आधुनिक प्रकार के हथियारों के उत्पादन में वृद्धि हुई है।

 

ईरान ने अमेरिका के साथ अंतरिम परमाणु समझौते के करीब होने की खबरों का किया खंडन

तेहरान
 ईरान ने अमेरिका के साथ अंतरिम परमाणु समझौते के करीब होने के मीडिया के दावे को खारिज करते हुए कहा है कि ऐसा समझौता न तो मौजूद है और न ही एजेंडे में है।

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने  लंदन स्थित ऑनलाइन समाचार आउटलेट मिडिल ईस्ट आई की एक रिपोर्ट के एक बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। इसमें दावा किया गया था कि तेहरान और वाशिंगटन एक अंतरिम समझौते के करीब हैं, इसके तहत तेहरान प्रतिबंधों से राहत के लिए अपने परमाणु कार्यक्रम पर अंकुश लगाएगा। यह जानकारी समाचार एजेंसी ने शिन्हुआ ने अर्ध-आधिकारिक समाचार एजेंसी तसनीम के हवाले से दी।

ईरानी मिशन ने कहा, संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) को बदलने के लिए एक अंतरिम समझौता न तो मौजूद है और न ही एजेंडे में है।

व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के एक प्रवक्ता ने भी रिपोर्ट का खंडन करते हुए कहा कि यह गलत और भ्रामक है।

ईरान ने जुलाई 2015 में विश्व शक्तियों के साथ जेसीपीओए पर हस्ताक्षर किए, देश पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ अंकुश लगाने पर सहमति व्यक्त की। हालांकि, अमेरिका ने मई 2018 में समझौते से बाहर निकल लिया और तेहरान पर अपने प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया।

जेसीपीओए के पुनरुद्धार पर वार्ता अप्रैल 2021 में वियना, ऑस्ट्रिया में शुरू हुई। अगस्त 2022 में की वार्ता के बाद कोई सफलता नहीं मिली है।

 

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