देश

पंजाब: मंत्री बलबीर सिंह की पहली बैठक, आयुर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक कॉलेजों के प्राचार्य हुए शामिल

चंडीगढ़
 चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने पंजाब के सभी आयुर्वेदिक कॉलेजों को मेडिकल टूरिज्म पर विशेष ध्यान देने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद शारीरिक और मानसिक उपचार की सबसे पुरानी पद्धति है और इसका महत्व वर्तमान समय में और भी बढ़ गया है जब जीवनशैली में बदलाव के कारण कई लोग विभिन्न मानसिक और शारीरिक बीमारियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रक्तचाप, अवसाद, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए प्राकृतिक जड़ी-बूटी की दवाएं, ध्यान, योग और सादा भोजन बहुत फायदेमंद है।

 उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी को प्राकृतिक उपचार प्रणाली के तहत बीमारियों की रोकथाम के लिए आम लोगों को जागरूक करने के लिए सार्थक और ठोस कदम उठाने चाहिए। चिकित्सा शिक्षा भवन मोहाली में पंजाब के 16 आयुर्वेदिक, 3 यूनानी और 1 होम्योपैथिक कॉलेजों के प्राचार्यों के साथ पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार प्राकृतिक उपचार प्रणाली को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है. उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के बुरे प्रभाव से निजात दिलाने के लिए आयुर्वेदिक उपचार पद्धति भी फायदेमंद हो सकती है। उन्होंने निजी आयुर्वेद, यूनानी एवं होम्योपैथी महाविद्यालयों से आग्रह किया कि महाविद्यालय प्रबंधन भी अपने स्तर पर इन उपचार पद्धतियों की समृद्धि के लिए अधिक से अधिक योगदान दें।

 चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया भर के लोग भारतीय आयुर्वेदिक और प्राकृतिक उपचार प्रणाली से अवगत हैं और उपचार के लिए इस वैदिक प्रणाली का उपयोग करना चाहते हैं। उन्होंने गुरु रविदास आयुर्वेद यूनिवर्सिटी, होशियारपुर को ऐसी संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक विदेशियों और अन्य राज्यों के लोगों को आयुर्वेदिक चिकित्सा पर्यटन के लिए पंजाब की ओर आकर्षित किया जा सके।
 
CM भगवंत मान ने स्वास्थ्य विभाग में भर्ती नए नौजवानों को बांटे नियुक्ति पत्र बैठक के दौरान कॉलेज प्राचार्यों ने कई सुझाव दिए और उन्हें पेश आ रही दिक्कतों से अवगत कराया. स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वासन दिया कि विशेषज्ञों की कमेटी बनाकर हर तरह की समस्या के समाधान का प्रयास किया जाएगा. इस अवसर पर डॉ. बलबीर सिंह ने गुरु रविदास आयुर्वेद विश्वविद्यालय का वर्ष 2023 का कैलेंडर भी जारी किया। बैठक में गुरु रविदास आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति राहुल गुप्ता (आईएएस) डॉ. अवनीश कुमार डीआरएमई, संयुक्त निदेशक डॉ. आकाश दीप और डॉ. डॉ. पुनीत गिरधर, रजिस्ट्रार ऑफ फार्मेसी काउंसिल। गुरु रविदास आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. जसबीर सिंह। संजीव गोयल व परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंजू बाला के अलावा महाविद्यालयों के प्राचार्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
 

Related Articles
KhabarBhoomi Desk-1

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button