बालासोर
ओडिशा के बालासोर में हादसे वाली जगह पर रेस्टोरेशन का काम पूरा हो गया है।रेस्टोरेशन की जानकारी देते हुए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि एक्सीडेंट साइट पर अप एंड डाउन पर ट्रैक रेल यातायात के लिए पूरी तरह तैयार है। तभी रेल मंत्री अपनी बात आगे बढ़ाते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि हमारा दायित्व अभी पूरा नहीं हुआ है। जिन लोगों ने इस हादसे में अपने लोगों को खोया, उन्हें उनके परिवार तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।
ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 275 है। वहीं, अभी भी 1000 से अधिक लोग घायल हैं। जिनमें कईयों की हालत बेहद गंभीर है। वहीं, घटनास्थल के पास एक स्कूल को अस्थायी मुर्दाघर बनाया गया हैं। जहां लोग अपनों के शवों की पहचान कर रहे हैं। अभी भी सैकड़ों शवों की पहचान होना बाकी है।
इस बीच शनिवार तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रविवार से हादसे वाली जगह पर रेस्टोरेशन का काम शुरू हुआ। खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मौके पर मौजूद रहकर अपने सामने पूरा काम करवाया। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी रेल मंत्री को फोन कर ताजा हालात का जायजा लिया था।
रविवार देर रात मीडियाकर्मियों से बातचीत में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, "एक्सीडेंट साइट से तीन गाड़ियां रवाना हो चुकी हैं, कल रात से करीब-करीब सात गाड़ियां प्लांड हैं। बहुत की संवेदना के साथ हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि लापता लोगों के परिवार के सदस्य उन्हें जल्द से जल्द ढूंढ सकें… हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है।"
इस बीच दक्षिण पूर्व रेलवे ने सोमवार तड़के कहा कि बहाली का काम पूरा हो गया है और अप और डाउन दोनों लाइनों को फिट घोषित कर दिया गया है। “पहली ट्रेन रविवार को रात 10:40 बजे डाउन लाइन पर चलाई गई और पहली ट्रेन सोमवार को 00:05 बजे अप लाइन पर चलाई गई। एसईआर ने कहा, दोनों लाइनों पर सामान्य यातायात की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार शाम को कहा कि रेलवे बोर्ड ने ओडिशा के बालासोर में ट्रेन दुर्घटना की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच की मांग की है। शुरुआत में ट्रायल रन के तौर पर मालगाड़ियों को पटरियों पर चलने की इजाजत दी गई थी। बाद में यात्री ट्रेनों को चलाने की अनुमति दी गई। जीर्णोद्धार कार्य की निगरानी कर रहे वैष्णव ने रविवार देर रात मरम्मत कार्य के बाद ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।