विदेश

मेक्सिको से भारत लाया गया NCR का सबसे बड़ा गैंगस्टर दीपक बॉक्सर, एयरपोर्ट पर खुद मौजूद रहे स्पेशल कमिश्रर

मेक्सिको
अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई और इंटरपोल की मदद से मेक्सिको से गिरफ्तार किए गए भारत के कुख्यात गैंगस्टर दीपक बॉक्सर (Gangster Deepak Boxer) को आज सुबह फ्लाइट के जरिए दिल्ली एयरपोर्ट पर वापस लाया गया। इस दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे।

स्पेशल कमिश्नर एचजीएस धालीवाल ने कहा कि गृह मंत्री के निर्देश पर भगोड़ों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह एक बड़ी कामयाबी है कि समन्वित कार्रवाई के जरिए पहली बार है जब किसी अपराधी को मेक्सिको जैसी जगह से भारत वापस लाया गया है। दीपक बॉक्सर दिल्ली के सिविल लाइंस में एक बिल्डर की हत्या समेत कई जघन्य मामलों में फरार चल रहा था।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कई महीनों से गैंगस्टर दीपक बॉक्सर पीछा कर रही थी। उन्होंने बताया कि फिलहाल दिल्ली-एनसीआर में इससे बड़ा गैंगस्टर कोई नहीं है। इस पर पुलिस की कई टीमों ने काम किया है। धालीवाल ने बताया कि गैंगस्टर ने अमेरिका के रास्ते मेक्सिको पहुंचने के लिए कई रास्ते अपनाए, लेकिन वह पुलिस के जाल में फंस गया। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार था जब दिल्ली पुलिस ने किसी गैंगस्टर को देश के बाहर किसी अभियान में गिरफ्तार किया हो।

Related Articles

दिल्ली के रोहिणी कोर्ट रूम में बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या के बाद दीपक ही 'गोगी गैंग' को चला रहा था। दो हमलावरों ने 24 सितंबर 2021 को गोगी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर भी मारे गए थे। दीपक ने फेसबुक पर बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या की जिम्मेदारी ली थी और कहा था कि प्रतिद्वंद्वी टिल्लू ताजपुरिया गैंग के साथ निकटता के कारण उसकी हत्या की गई थी। उन्हें शक था कि अमित गुप्ता ने फज्जा के बारे में पुलिस को सूचना दी थी, जो 2021 में एक मुठभेड़ में मारा गया था।

फर्जी पासपोर्ट के जरिए भागा था अमेरिका
पुलिस के अनुसार, दीपक ने देश से भागने के लिए फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल किया था। उसने रवि अंतिल के नाम पर कोलकाता से मैक्सिको की उड़ान भरी थी। दिल्ली पुलिस ने दीपक की गिरफ्तारी के लिए सूचना देने वाले को 3 लाख रुपये की इनाम देने की घोषणा की थी। गोगी को सात साल पहले हरियाणा में पुलिस हिरासत से छुड़ाने के बाद दीपक सुर्खियों में आ गया था। वह दो साल पहले यहां गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में पुलिस कर्मियों पर हुए हमले में भी शामिल था और उसने फज्जा को पुलिस हिरासत से भगाने में मदद की थी।

वॉन्टेड अपराधी फज्जा 28 मार्च 2021 को रोहिणी इलाके के एक फ्लैट में स्पेशल सेल के एक टीम के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया था। फज्जा 25 मार्च को यहां के एक सरकारी अस्पताल में मुठभेड़ के बाद हिरासत से फरार हो गया था। पुलिस ने बताया कि गैंगस्टर पिछले पांच वर्षों में हत्या और जबरन वसूली सहित 10 सनसनीखेज मामलों में भारत में वॉन्टेड है।

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button