नई दिल्ली
‘सॉरी मैं लेट हो गया..!’ यह शब्द हम अकसर अपनी लापरवाही के दौरान या किसी गलती पर अकसर कहते है लेकिन अगर देश का चीफ जस्टिस भी अपने कोर्ट में देरी से पहुंचने पर ऐसे शब्द कहें तो यह काफी विनम्र पर्सनालिटी का संदेश देता है।
क्षमा कीजियेगा मैं लेट हो गया
दरअसल, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ बिते दिन कोर्ट रूम में महज 10 मिनट की देरी पर पहुंचे तो उन्होंने बड़ी ही विनम्रता के साथ बड़ा दिल दिखाया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक दिन चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ को कोर्ट रूम में पहुंचने में 10 मिनट देरी हो गई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि जब वह पहुंचे तो सबसे पहले उन्होंने कोर्ट में मौजूद सभी से सॉरी बोला। सीजेआई ने कहा, ‘क्षमा कीजियेगा, मैं साथी जजों के साथ कुछ डिस्कस कर रहा था… इसलिए लेट हो गया।’
मुस्कुराते हुए सच कह देते हैं जस्टिस चंद्रचूड़
वहीं चीफ जस्टीस के साॅरी कहने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जज जस्टिस प्रदीप कुमार सिंह एक मीडिया समह को दिए बयान में बताया कि जस्टिस चंद्रचूड़ बेहद अनुशासित हैं और कानून का सख्ती से पालन करते हैं। वह दूसरों से भी समय का पूरा ध्यान रखते हुए कोर्ट पहुंचने की उम्मीद रखते हैं. जस्टिस चंद्रचूड़ के दूसरे साथी जज भी कहते हैं कि उन्हें सच्चाई कहने से जरा सी गुरेज नहीं होती है और मुस्कुराते हुए सच कह देते हैं।