उत्तर प्रदेश

अयोध्या की ग्रीन फील्ड टाउनशिप योजना में हुए कई बदलाव, ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज में शामिल

 अयोध्या 

नव्य अयोध्या परियोजना के अन्तर्गत हाइवे के किनारे स्थित गांवसभा शाहनवाज पुर एवं मांझा बरहटा में प्रस्तावित ग्रीन फील्ड टाउनशिप योजना ( वैदिक सिटी) के लिए आपसी सहमति के आधार पर 1450 एकड़ लैंड बैंक के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। उधर  प्रस्तावित योजना में कई तरह के बदलाव भी किए जा रहे है और इसके लिए स्टैंडर्ड मानक भी निर्धारित किया जा रहा है। यही कारण परियोजना में मूलभूत सुविधाओं सड़कें, नालियां, सोलर प्लांट व अन्य के लिए कराए गये टेंडर को रोक दिया गया है। बताते चलें कि वैदिक सिटी की परियोजना का मानक अहमदाबाद गिफ्ट सिटी के आधार पर तय होगा।

इसी सिलसिले में आवास विकास परिषद के आयुक्त रणवीर प्रसाद के नेतृत्व में अध्ययन के लिए टीम अहमदाबाद गयी थी। परियोजना के अध्ययन के बाद टीम लौट आई है। इस टीम के सदस्य रहे अधिशासी अभियंता इं. ओपी पाण्डेय ने बताया कि वैदिक सिटी की तर्ज पर प्रस्तावित गृहस्थान एवं बाजार योजना में कई स्टैंडर्ड मानक निर्धारित किए जा रहे है। इन्हीं मानकों के आधार पर योजना में कई तरह के बदलाव स्वाभाविक रुप से होंगे। पूर्व प्रस्तावित हरित क्षेत्र  का क्षेत्रफल भी बढ़ाया जाएगा। बताया गया कि इसीलिए पहले चरण इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को लेकर निकाले के 475 करोड़ के टेंडर को रोक दिया गया है। इसकी फाइनेंशियल बिड पर भी कार्यवाही आगे नहीं बढ़ी है। फिलहाल जमीनों को समतल करने व भूमि से वर्षा जल निकासी की समुचित व्यवस्था हो रही है। इसका शिलान्यास 24 जनवरी को उप्र स्थापना दिवस पर करने की तैयारी है।
 
ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज में चयनित योजना को मिलेगा एक हजार करोड़
आवास विकास परिषद के अधिशासी अभियंता पाण्डेय बताते हैं भारत सरकार की ईट स्मार्ट सिटी चैलेंज की आनलाइन प्रतियोगिता में प्रदेश सरकार ने अयोध्या के वैदिक सिटी परियोजना को शामिल है। इस प्रतियोगिता में चयनित योजना भारत सरकार की ओर से एक हजार करोड़ की धनराशि मूलभूत सुविधाओं के विकास के लिए प्रदान किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह लक्ष्य निर्धारित किया है कि हर हाल में प्रस्तावित परियोजना प्रतियोगिता के सभी मानकों पर खरी उतरे जिससे एक हजार करोड़ की राशि हासिल की जा सके। बताते चलें कि चैलेंज सभी स्मार्ट शहरों, राज्यों/संघ शासित प्रदेशों की राजधानी और पांच लाख से अधिक आबादी वाले शहरों के लिए खुला है। चैलेंज के पहले चरण के अंत में, 11 शहरों को उनका विजन लागू करने के लिए एक विस्तारित अवधि के लिए गहराई से शामिल होने के लिए चुना जाएगा।

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सरयू रिवर फ्रंट से भी जुड़ेगी वैदिक सिटी परियोजना
गोरखपुर-लखनऊ हाइवे के किनारे मांझा क्षेत्र के गांवो में वैदिक सिटी परियोजना के लिए जमीन ली जा रही है। यह परियोजना दशरथ समाधि स्थल से जुड़ रही है। इसके चलते भविष्य में सरयू रिवर फ्रंट को भी विकसित किया जाएगा। फिलहाल वास्तु शास्त्र के आधार पर इस परियोजना में चारो दिशाओं में द्वार खुलेंगे और यहां 24 सज लेकर 30 मीटर चौड़ी सड़कें बनाई  जाएंगी। यहां 116 भूखंड अन्तर्राष्ट्रीय/राष्ट्रीय/ आश्रमों/अखाड़ों के लिए आरक्षित रहेंगे। इसी तरह यहां चार हजार दर्शनार्थी श्रद्धालुओं के लिए होटल/गेस्टहाउस व धर्मशाला के लिए भी भूखंड का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त एक हजार आवासीय ईकाइयों के लिए फ्लैट/भवन व भूखंड भी प्रावधानित है।
 

KhabarBhoomi Desk-1

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