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बिलासपुर। हसदेव अरण्य को बचाने के लिए बिलासपुर में पर्यावरण प्रेमियों का अनशन खत्म कराने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह पहुंचे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खुद कहा है कि हसदेव अरण्य क्षेत्र में नई खदानों में काम शुरू नहीं होगा और पौधे तो क्या पत्ते भी नहीं काटे जाएंगे। उनकी बात पर हमको भरोसा करना चाहिए और मैं इसीलिए आपके बीच आया हूं। मैं जनप्रतिनिधि हूं और लोग चाह रहे हैं वहां खदान नहीं होना चाहिए, इसलिए मैं विरोध कर रहा हूं। इस दौरान उन्होंने अनशनकारियों को जूस पिलाकर अनशन खत्म कराया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया।
हसदेव अरण्य क्षेत्र के जंगलों को काटकर कोयला खदान स्थापित करने के विरोध में बिलासपुर के पर्यावरण प्रेमी पिछले 94 दिनों से आंदोलनरत हैं। बीते सप्ताह यहां पुलिस के साए में पेड़ों की कटाई कराने के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया। पिछले छह दिनों से अनशन कर रहे प्रदर्शनकारियों की तबीयत बिगड़ने लगी थी। उनका शुगर लेवल डाउन हो रहा था। इसकी जानकारी होने पर रविवार की रात स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आंदोलनकारियों से चर्चा की और सेामवार की सुबह उनसे मिलने कोन्हेर गार्डन स्थित धरना स्थल पहुंचे।
सिंहदेव बोले- CM की बातों पर भरोसा करिए, नई खदानों में काम शुरू नहीं होगा
इस दौरान अनशनकारियों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने कहा कि पेड़ों की कटाई पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान दिया है और उन्होंने भरोसा दिलाया है कि नई खदानों में काम चालू नहीं किया जाएगा और न ही पेड़ों की कटाई की जाएगी। उनकी बातों को लेकर ही मैं आपसे मिलने आया हूं और अनशन समाप्त करने की गुजारिश कर रहा हूं। इस अवसर पर उन्होंने अनशनकारियों को जूस पिलाया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के निर्देश दिए।
मैं पक्ष और विपक्ष में नहीं हूं, जनप्रतिनिधि के नाते विरोध कर रहा हूं
अनशनकारियों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि खदान खुलने और नहीं खुलने का न तो मैं पक्षधर हूं और न हीं व्यक्तिगत रूप से विरोध कर रहा हूं। इसमें मेरा कोई स्वार्थ नहीं है। चूंकि, मैं जनप्रतिनिधि हूं और वहां के लोग खदान खोलना नहीं चाहते। इसलिए जनता के पक्ष में खड़े होकर मैं इसका विरोध कर रहा हूं।