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तमिलनाडु से चक्रवात मिचौंग तो गुजर गया मगर उससे उपजी पीड़ा अभी खत्म नहीं हुई, अब भोजन और पानी का संकट

तमिलनाडु
देश के सुदूर दक्षिणी राज्य तमिलनाडु से चक्रवात मिचौंग तो गुजर गया मगर उससे उपजी पीड़ा अभी खत्म नहीं हुई है। कई इलाके अभी भी पानी में डूबे हुए हैं। भोजन और पीने के पानी का संकट बना हुआ है। तमिलनाडु सरकार ने शनिवार को भी चेन्नई समेत कई इलाकों में सभी निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। चक्रवात के कारण चेन्नई में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है।

बढ़ा मौत का आंकड़ा
चेन्नई के अलावा, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर और चेंगलपट्टू में स्कूल बंद रहेंगे। ये क्षेत्र चक्रवात मिचौंग के प्रभाव से अधिक क्षतिग्रस्त है। लगातार तीन दिनों तक भारी बारिश के कारण चेन्नई में बड़े पैमाने पर बाढ़ आ गई, और कई इलाके पानी में डूब गए। चक्रवात के कारण मौत की संख्या में इजाफा हुआ है। टीओआई की रिपोर्ट की मानें तो मनरे वालों की संख्या अब 24 हो गई है।

स्टालिन ने मांगी केंद्र से राहत
मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 5,060 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत देने का आग्रह किया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री से चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए एक केंद्रीय टीम भेजने की अपील की है। स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकार ने भी चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन करना शुरू कर दिया है। एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार से अतिरिक्त धन का अनुरोध किया जाएगा। फिलहाल केंद्र से 5,060 करोड़ रुपये की राहत देने का अनुरोध किया गया है।

मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने पहले ही केरल में और बारिश की भविष्यवाणी की है। विभाग ने कहा कि शनिवार को तमिलनाडु, पुडुचेरी और केरल में भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा तिरुपुर में भी भारी बारिश हो सकती है। डिंडीगुल, थेनी, विरुधुनगर, शिवगंगा, पुदुकोट्टई, तंजावुर में भी भारी बारिश के आसार हैं। अगर बारिश बढ़ी तो नुकसान और तकलीफ ज्यादा होगी इसके बढ़ने की उम्मीद है।

 

KhabarBhoomi Desk-1

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