मध्यप्रदेश

प्रदेश में ठंड कहर 24 घंटे में हार्ट-अटैक से ग्वालियर में 5 मौत, अभी और ठिठुरेंगे इंदौर-भोपाल

 ग्वालियर
मध्यप्रदेश में ठंड हाड़ कंपा रही है। कड़कड़ाती सर्दी का दौर दो-तीन दिन और रह सकता है। मध्यप्रदेश में सोमवार रात नौगांव (छतरपुर) में सबसे ठंडी रही। न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। प्रदेश के 43 जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से कम है। महानगरों में 2.9 डिग्री तापमान के साथ ग्वालियर सबसे ठंडा है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर की बात करें तो रात का पारा 10 डिग्री से कम रहा।

इंदौर में रविवार के बाद सोमवार को भी सीजन का चौथा कोल्ड डे रहा। भोपाल में रातें सर्द हैं। ग्वालियर में 24 घंटे में हार्ट अटैक से 5 लोगों की मौत हो गई। ग्वालियर-चंबल संभाग के अलावा उमरिया, रतलाम, रायसेन, राजगढ़, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, इंदौर, धार, जबलपुर में भी शीतलहर का अलर्ट जारी किया गया है। उमरिया, छतरपुर, राजगढ़, ग्वालियर और दतिया में पाला गिरने के आसार हैं।

मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार 19 जनवरी के बाद दो वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के असर से कड़ाके की सर्दी का असर कम होगा। पहला विक्षोभ 18, जबकि दूसरा 20 जनवरी को एक्टिव होगा।

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भोपाल में धूप, लेकिन बर्फीली हवाओं से ठिठुरन

भोपाल में धूप खिल रही है, लेकिन बर्फीली हवाओं के कारण धूप का असर कम है। लगातार दूसरे दिन सीजन की दूसरी सबसे सर्द रात रही। रविवार रात का पारा 7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। हालांकि, सोमवार दिन में पारा 0.8 डिग्री चढ़कर 20.9 डिग्री पर जा पहुंचा। एक दिन पहले संक्रांत वाले दिन भी न्यूनतम पारा 7 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। 15 साल में संक्रांति वाले दिन राजधानी की सुबह सबसे सर्द थी। अगले 24 घंटे प्रदेश में रात का पारा ऐसा ही बना रहेगा।

ग्वालियर-चंबल कड़ाके की ठंड की चपेट में

बर्फ से ढंके पहाड़ों से टकराकर अंचल की ओर आ रही उत्तरी हवा से ग्वालियर-चंबल संभाग कड़ाके की ठंड की चपेट में है। कड़ाके की सर्दी अब जानलेवा हाे रही है। JAH के कार्डियोलॉजी विभाग, रतन ज्योति डालमिया हार्ट सेंटर, कल्याण मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पिछले 24 घंटे में हार्ट अटैक के 27 मरीज पहुंचे। इनमें से 5 मरीजों की माैत हाे गई। डॉक्टरों ने बताया कि इनमें से 4 मरीज तो ऐसे थे जिन्होंने अस्पताल आने से पहले ही दम तोड़ दिया था, जबकि एक मरीज की इलाज के दौरान मौत हो गई।

सर्दी बढ़ने के कारण कार्डियोलॉजी विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। यहां मरीजों को फ्लोर तक पर भर्ती करना पड़ रहा है। कार्डियोलॉजी के विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत रस्तोगी ने बताया कि दांत, छाती और पेट में दर्द हो तो इसे नजरअंदाज नहीं करें। तुरंत विशेषज्ञ को दिखाकर जांच अवश्य कराएं।

 

KhabarBhoomi Desk-1

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