मध्यप्रदेश

राजधानी में 50 लाख से ऊपर के घर खरीदने की कैपेसिटी बढ़ी, करीब 3900 लोकेशन में से 800 पर हाईवेल्यू के हुए सौदे

भोपाल

राजधानी में वर्ष 2023-24 की नई कलेक्टर गाइडलाइन बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। पंजीयन विभाग के अफसर वर्तमान कलेक्टर गाइडलाइन की दर से हाईवेल्यू पर हुई रजिस्ट्री की सर्चिंग कर रहे हैं।

वर्तमान में 3897 लोकेशनों में करीब 800 लोकेशनों पर वर्तमान गाइडलाइन से अधिक पर सौदे हुए हैं। इस बार लोगों के घर खरीद की कैपेसिटी बढ़ने से 50 लाख से ऊपर के सौदे बढ़ गए हैं। इनको इस बार प्रक्रिया में शामिल किया गया है।

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कोरोना के दो साल बाद इस बार बाजार में जो बूम देखने को मिला है, इसका असर नई कलेक्टर गाइडलाइन पर भी देखने को मिलेगा, क्योंकि जो लोकेशन गाइडलाइन बनाने की प्रक्रिया में शामिल की गईं हैं, वे सब हाई वेल्यू रजिस्ट्री की हैं। उप जिला मूल्यांकन की पहली बैठक में इन लोकेशनों को रखा जाएगा।

बाजारों में पहले ही गाइडलाइन में दरें काफी ज्यादा
शहर के प्रमुख बाजारों में न्यू मार्केट, चौक बाजार, 10 नंबर, 6 नंबर, हमीदिया रोड, भोपाल टॉकीज चौराहा, बिट्टन बाजार व अन्य बाजारों में आवासीय और व्यावसायिक दरों का अंतर खत्म कर दिया है। इस अंतर खत्म करने से ही शहर के प्रमुख बाजारों की आवासीय लगभग चार हजार प्रॉपर्टी पर इसका सीधा असर पड़ा है। यहां आवासीय भवन की रजिस्ट्री कराने में पहले से 50 फीसदी ज्यादा स्टाम्प चुकाना पड़ रहा है। ऐसे में यहां कम ज्यादा प्रॉपर्टी की खरीद फरोख्त नहीं हुई। लीज रेंट के एग्रीमेंट जरूर काफी बने हैं।

कवर्ड कैंपस कॉलोनियां शामिल लेकिन इनमें  सुविधाएं नदारद
वर्ष 2022-23 की कलेक्टर गाइडलाइन में कवर्ड कैंपस कॉलोनियों में जमीनों के रेट दस फीसदी तक बढ़ा दिए थे। इस बार भी नर्मदापुरम, कोलार रोड, अवधपुरी, अयोध्या बायपास, रायसेन रोड, नीलबड़, रातीबड़ की कवर्ड कैंपस कॉलोनियों में फ्लैट और डुप्लेक्स के अच्छे सौदे हुए हैं। ऐसे में पंजीयन विभाग के अफसर यहां रेट बढ़ा सकते हैं। प्रक्रिया में इन कॉलोनियों की रजिस्ट्री को अलग से सूचीबद्ध किया है। पहले ही नर्मदापुरम रोड की 80 और कोलार रोड की 28 कॉलोनियों में दस फीसदी वृद्धि की थी, लेकिन यहां सुविधाएं आज भी कुछ नहीं हैं। कई कॉलोनियों में सीवर निकासी के इंतजाम तक नहीं हैं।

नव विकसित क्षेत्र भी शमिल
इसी प्रकार शहर के नवविकसित क्षेत्र नीलबड़, रातीबड़, कलखेड़ा, इमलिया, कोलार रोड, विदिशा रोड, कटारा हिल्स में कवर्ड कैंपस और अवैध कॉलोनियों की रजिस्ट्री भी तेजी से सर्च की जा रही हैं। ये वे क्षेत्र हैं जिनमें तेजी से प्लॉटिंग और फ्लैट, डुप्लेक्स बनाए जा रहे हैं।

शहर में बढ़ा फार्म हाउस कल्चर
वर्तमान में आने वाले बड़े प्रोजेक्ट के अलावा इस बार फार्म हाउस कल्चर भी बढ़ा है। लोगों ने निवेश या एक खुला घर बनाने के लिए शहर के आस-पास काफी खेती की जमीनों की खरीद फरोख्त भी की है।

KhabarBhoomi Desk-1

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