मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश पुलिस का अलग नाम और शान, लीडर होने के नाते आपसे अधिक अपेक्षा-CM शिवराज

 भोपाल

आईपीएस अफसरों की आज से भोपाल में मीट शुरू हुई। इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा और डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की पुलिस पर हम सबको गर्व है। पुलिसिंग के मामले में प्रदेश की पुलिस का अलग नाम है और शान है। पुलिस के मित्रों ने कोविड के दौरान शानदार काम किया। जान हथेली पर रखकर और सिर पर कफन बांध कर आप सभी ने काम किया।

उन्होंने कहा कि तनाव मुक्त होकर मीट का आनंद लें। वहीं गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आप सरकार का चेहरा और प्रतिबिम्ब हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सिंघम का अवतार लिया और सारे गैंग प्रदेश में खत्म कर दिए। इसमें आप सबका बहुत बड़ा योगदान है। आप सबकी मेहनत ने प्रदेश को शांति का टापू बनाया है।  मीट में धमाल मचाने से पहले आईपीएस अफसरों ने 5 जी की चुनौती और अवसर को जाना और समझा। मीट में आज की शाम छोटे तालाब के किनारे पर अफसर और उनके परिजन अपने पुलिसिया रौब से अलग हटकर अपने हुनर दिखाने वाले हैं। शाम को आईपीएस अफसरों के बीच कल्चरल प्रोग्राम के जरिए मुकाबला होगा।

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मुकाबले के लिए पांच टीमें उतरेंगी।  सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मुकाबल के लिए मालवा क्षेत्र की टीम में इंदौर और उज्जैन पुलिस जोन में पदस्थ आईपीएस अफसर हिस्सा लेंगे। वहीं ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की टीम में इन दोनों जोन में पदस्थ अफसर हिस्सा लेंगे। महाकौशल क्षेत्र की टीम में जबलपुर, बालाघाट और शहडोल जोन के पुलिस अफसर शामिल हैं। बुंदेलखंड क्षेत्र की टीम में रीवा और सागर पुलिस जोन के अफसर रहेंगे। इसी तरह भोपाल क्षेत्र की टीम में भोपाल,नर्मदापुरम और पुलिस मुख्यालय में पदस्थ अफसर अपनी कला यहां के मंच पर दिखाएंगे। इन पांचों टीमों के बीच में मुकाबला होगा।

‘लीडर होने के नाते हैं फोर्स के आदर्श’

सीएम शिवराज ने कहा कि ‘आप लीडर हैं और लीडर के नाते अपने फोर्स के आदर्श हैं। इसलिए आपसे एक तरफ जहां आपके कर्तव्यों की पूर्ति, तो वहीं दूसरी ओर अपने जवानों की तकलीफों का संवेदना के साथ ध्यान कैसे रख सकते हैं, इसकी भी अपेक्षा है।’ उन्होने कहा कि ‘देशभक्ति और जनसेवा के भाव का अक्षरश: साल भर क्रियान्वयन होते मैंने देखा है। कोविड-19 के दौरान अपनी जान हथेली पर रखकर और सर पर कफन बांध कर चौराहे पर हमारे पुलिस के जवान व अधिकारी खड़े रहे। जरूरत पड़ने पर हमारे जवानों व अफसरों ने जिस तरह से अपने कर्तव्यों का पालन किया, वह हमें गर्व से भर देता है। मुझे प्रसन्नता होती है कि पुलिसिंग के मामले में पूरे देश में हमारी पुलिस का अलग नाम और शान है। एक मित्र के नाते मैं आपसे कहना चाहता हूं कि कई बार काम की व्यस्तता में आप अपने बच्चों का ध्यान नहीं रख पाते हैं। मैं ऐसे साथियों से आग्रह करना चाहता हूं कि आप बच्चों के लिए समय निकालें, स्नेह दें।’

और बेहतर करेंगे कानून व्यवस्था

इस मौके पर उन्होने अपने शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘मैं जब नया-नया मुख्यमंत्री बना था, तो उस समय मध्यप्रदेश में डकैतों का आतंक था। मैंने श्री सरबजीत सिंह जी और श्री विजय यादव जी को इनके सफाये की जिम्मेदारी दी थी। सालभर भी नहीं लगे और डकैतों के गिरोह समाप्त हो गये और फिर पनप भी नहीं पाये। मुझे गर्व है अपनी पुलिस और हॉक फोर्स पर, इन्हें टास्क दिया और तत्काल परिणाम प्राप्त होता है। इनके सीने पर मेडल लगाते हुए मुझे कितना गर्व होता है, यह शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता हूं। भूमाफियाओं, गुंडे, बदमाशों से हमने 23 हजार एकड़ जमीनें मुक्त कराई और अब इसे गरीबों में बांट रहे हैं। बुलडोजर पहुंच जाता है, तो कई माफिया तो ऐसे ही आत्मसमर्पण कर देते हैं कि घर मत तोड़ो।’ सीएम ने कहा कि आप सभी जिले के अधिकारियों की बात भी सुनें। जो फील्ड में काम कर रहे हैं अगर उनकी सुनेंगे तो बेहतर काम होगा। सीनियर अधिकारी जिलों के अधिकारियों के साथ बैठक करें और इसमें कानून व्यवस्था को और बेहतर करने पर चर्चा करें। उन्होने कहा कि हम मध्य प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति और बेहतर करने के लिए कृत संकल्पित हैं।

KhabarBhoomi Desk-1

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