रायपुर
कोरोना के मामले रोज दर रोज बढ़ते जा रहे हैं। देभर में बुधवार को पाँच हजार से ज्यादा केस सामने आए और तेरह लोगों की मौत भी हो गई। अप्रैल के पहले दिन से लगातार केस बढ़ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में गुरुवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना के 102 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 323 हो गई है। एक तो हमें भीड़ बढ़ाने का बेइंतहा शौक है,थोड़ी सी राहत मिलते ही हमारी भीड़ बढ़ाऊ गतिविधियों को पंख लग जाते हैं। मास्क पहन कर घर से निकलने में आखिर बुराई क्या है? भूल गए पहले के दिन। वैक्सीन क्या लग गया अपने आप को बाहुबली समझने लगे। मौका है सचेत हो जायें।
हालाँकि देश में ज्यादातर लोगों को दो वैक्सीन और एक बूस्टर लग चुका है। इसलिए कोरोना भी हमारे लिए खांसी, बुखार से ज्यादा नहीं रहा। यही वजह मान रहे है कि अब हमें कोई चिंता नहीं रही। इसी बेफिक्री के आलम ने केस बढ़ा दिए हैं। ठीक है, पहले जैसा खतरा नहीं रहा, लेकिन इस कारण हम सावधानी बरतना भूल जाएँ, यह ठीक नहीं है। सावधानी न रखने का नतीजा सामने है। आखिर कोरोना से फिर मौत होने लगी है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आगामी मई महीने से कोरोना के केस हर रोज बीस हजार तक आने का अनुमान है। कहाँ मास्क के बिना घर से हम निकलते नहीं थे। एक तरह का अनिवार्य गहना हो गया था मास्क, लेकिन अब हम उसकी तरफ देखना तक कुबूल नहीं करते क्यों? बूस्टर लगवा चुके लोग समझ रहे हैं कि उन्हें कुछ हो ही नहीं सकता।
बात छत्तीसगढ़ की करें तो गुरुवार को पिछले 24 घंटों में कोरोना के 102 नए मरीज मिले हैं। जिसके बाद एक्टिव मरीजों की संख्या 323 हो गई है। रायपुर में सबसे ज्यादा 80 एक्टिव केस हैं। जबकि बिलासपुर में 40 और दुर्ग में 38 एक्टिव मरीज हो गए हैं। प्रदेश में पॉजिटिविटी दर 6.12 प्रतिशत तक पहुंच गई है। जबकि 1 अप्रैल को यही दर 2.37 फीसदी थी।
गुरुवार को प्रदेश में 1667 सैंपलों की जांच की गई। जिनमें 102 मरीजों की पुष्टि हुई है। कोरोना के बढ़ रहे आंकड़ों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। तो आप हम क्यों चिंता न करें?