यरुशलम
इजराइली पुलिस ने पुराने यरुशलम शहर में स्थित अल-अक्सा मस्जिद पर धावा बोल दिया जिसके बाद फलस्तीनी युवकों ने ग्रेनेड दागे।
उधर, गाजा के उग्रवादियों ने दक्षिणी इस्राइल पर रॉकेट दागे, जिसके बाद इजराइल ने हवाई हमले किए। हिंसा की ये घटनाएं ऐसे समय में हुई हैं जब मुसलमान पवित्र महीना रमजान मना रहे हैं। वहीं यहूदी सप्ताह भर चलने वाले पासोवर त्योहार की तैयारियों में लगे हैं।
इन घटनाओं से दोनों पक्षों के बीच टकराव के और तेज होने की आशंका पैदा हो गई है।
दो साल पहले भी इजरायल और हमास के बीच इसी तरह की झड़पें हुई थीं और उसके बाद 11 दिनों तक युद्ध चला था।
इजरायली सेना ने कहा कि कब्जे वाले पश्चिमी तट में एक अलग घटना में एक सैनिक को गोली मार दी गई।
अल-अक्सा मस्जिद एक संवेदनशील पहाड़ी पर स्थित है जो यहूदियों और मुसलमानों दोनों के लिए पवित्र स्थान है। अल-अक्सा इस्लाम में तीसरा सबसे पवित्र स्थल है और रमजान के दौरान श्रद्धालुओं की यहां काफी भीड़ रहती है।
आधिकारिक फलस्तीनी समाचार एजेंसी वफा ने कहा कि रात में दर्जनों श्रद्धालु मस्जिद के अंदर थे और पुलिस की कार्रवाई में वे घायल हो गए।
इजरायली पुलिस ने कहा कि कई युवा और नकाबपोश प्रदर्शनकरी पटाखों, डंडों और पत्थरों से लैस थे तथा वे कानून का उल्लंघन कर रहे थे। पुलिस के अनुसार इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने कार्रवाई की।
पुलिस ने कहा कि युवकों ने भड़काऊ नारे लगाए और मुख्य दरवाजे को बंद कर दिया। उसने कहा कि बार-बार बातचीत किए जाने और उन्हें बाहर निकालने के प्रयासों के सफल नहीं होने के बाद पुलिस बल को परिसर में प्रवेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पुलिस द्वारा जारी वीडियो में मस्जिद के अंदर आतिशबाजी के कारण विस्फोट होते दिख रहे हैं।
फलस्तीनियों द्वारा बनाए गए एक वीडियो में पुलिस को लोगों के साथ हाथापाई करते हुए और उन्हें पीटते हुए देखा जा सकता है।
फलस्तीनी उग्रवादियों ने गाजा से दक्षिणी इज़राइल में कई रॉकेट दागे जिसके बाद क्षेत्र में हवाई हमले के सायरन बजाए गए।
इजरायली सेना ने कहा कि कुल पांच रॉकेट दागे गए और सभी को बीच में ही नष्ट कर दिया गया। इसके कुछ घंटे बाद, इजराइल ने गाजा में जवाबी हवाई हमला किया।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नयी धुर-दक्षिणपंथी सरकार के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद से क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है।