नई दिल्ली
आरोपित हरीश के यहां 10 दिन पहले बेटे ने जन्म लिया था। सोमवार को इसके चलते परिवार में कार्यक्रम का आयोजन किया था। अपने बच्चे की खुशी के लिए हरीश तेज आवाज में संगीत बज रहा था, लेकिन रंजू के घर एक माह बाद जन्म लेने वाली खुशी को बर्दाश्त नहीं कर पाया। घटना के बाद से रंजू के परिवार में मातम पसरा हुआ है। रंजू के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो चुकी है और वह खुद जिंदगी के लिए जद्दोजहद कर रही है। रंजू के ननदोई मोहन सिंह ने कहा कि हरीश अपने बच्चे की खुशी के लिए दूसरे की खुशियों को उजाड़ दिया है। उन्होंने बताया कि रंजू आठ माह की गर्भवती थी। गोली लगने के बाद वह नीचे गिर गई थी। जिससे उसके पेट में चोट लग गई थी।
आपरेशन कर पेट से मृत शिशु को निकाला
घायल हालत में रंजू को अस्पताल ले जाया गया, जहां पता चला कि गर्भ में शिशु की मौत हो चुकी है। डाक्टरों ने आपरेशन कर पेट से मृत शिशु काे निकाला। फिलहाल रंजू की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह है मामला
पुलिस को दिए बयान में रंजू की भाभी ने बताया कि उनके घर के सामने रहने वाले हरीश को दस दिन पहले बेटा हुआ है। रविवार को उसके घर पर कुआं पूजन का कार्यक्रम था। कार्यक्रम में परिवार वाले तेज आवाज में संगीत बजा रहे थे। तेज आवाज में संगीत बजने पर रंजू को परेशानी हो रही थी। जिससे रंजू को लेकर वह बालकनी में आ गई और हरीश से संगीत बंद करने के लिए कहने लगी।
हरीश ने उनकी बातों को अनसुना कर दिया और अपने दोस्त के हाथ से पिस्टल लेकर रंजू पर गोली चला दी। गोली लगते ही वह बालकनी में नीचे गिर गई। चीख पुकार सुनकर घर में अफरा-तफरी मच गई। स्वजन ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को देने के बाद रंजू को पास के अस्पताल ले जाकर भर्ती करा दिया।
पुलिस रात में आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाइ लेकिन सोमवार तड़के हरीश और उसके दोस्त अमित को गिरफ्तार कर लिया। हरीश का कहना था कि वह कुआं पूजन के खुशी में गोली चला रहा था जिसमें एक गोली पड़ोस में रहने वाली महिला को लग गई। हरीश भी मजदूरी करता है। अमित का मोबाइल मरम्मत का काम है।