तोक्य
जापान के समुद्री क्षेत्र में तलाश अभियान के दौरान एक इस्तेमाल नहीं हुई ‘लाइफबोट’, एक दरवाजा और अन्य अवशेष मिले हैं। समझा जाता है कि ये अवशेष समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हुए जापानी सेना के हेलीकॉप्टर ‘ब्लैक हॉक’ के हैं, जिसमें चालक दल के 10 सदस्य सवार थे। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
घटना से भावुक जापान के रक्षा मंत्री यासुकाजु हमदा ने पत्रकारों से कहा कि तलाश अभियान शुक्रवार को भी जारी है और अब तक चालक दल का कोई सदस्य नहीं मिला है।
हमदा ने कहा कि उन्होंने दुर्घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा, ‘‘जो 10 लोग अब भी लापता हैं उन्हें बचाने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे और इस क्षति के असर से संबंधित सभी सूचनाएं जुटा रहे हैं।’’
‘ग्राउंड सेल्फ डिफेंस फोर्स’ के प्रमुख यसुनोरी मोरिशिता के अनुसार, जापान के दक्षिणी द्वीप में टोही मिशन पर निकला यूएच-60जेए ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर बृहस्पतिवार दोपहर को लापता हो गया था।
यह हेलीकॉप्टर मियाको द्वीप पर वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने के महज 10 मिनट बाद राडार से लापता हो गया और माना जाता है कि वह मियाको और इराबू द्वीप के बीच लापता हो गया था। यह क्षेत्र तोक्यो के करीब 1,800 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है।
सेना के अधिकारियों ने कहा कि तटरक्षक गश्ती जहाजों ने इस्तेमाल नहीं हुई एक ‘लाइफबोट’ बरामद की जिसकी क्रम संख्या लापता हेलीकॉप्टर के लाइफबोट की संख्या से मिलती है। इसके अलावा संभावित दुर्घटनास्थल के पास से एक दरवाजा बरामद किया गया है जो समझा जाता है कि लापता हेलीकॉप्टर का ही है।
क्षेत्र में चीन की लगातार बढ़ती सैन्य गतिविधियों के जवाब में जापान, ताइवान के निकटवर्ती क्षेत्रों सहित दक्षिण पश्चिम द्वीपों में अपनी रक्षा क्षमताओं को तेजी से बढ़ा रहा है।
मोरिशिता ने बृहस्पतिवार रात कहा कि हेलिकॉप्टर जापान के दक्षिणी मुख्य द्वीप क्यूशू पर कुमामोतो प्रान्त में एक अहम सैन्य अड्डे पर तैनात था। इसके चालक दल के 10 सदस्यों में डिविजन कमांडर युइची सकामोतो भी शामिल थे।
सेना ने कहा कि मार्च में हेलीकॉप्टर की नियमित सुरक्षा जांच की गई थी।