
विंबलडन, एपी। कुछ ही दिन पहले 13 जून को लाल बजरी के क्ले कोर्ट में फ्रेंच ओपन किंग बने नोवाक जोकोविक जैसे ही ग्रास कोर्ट पर खेलने आए तो वह कई बार गिरते-फिसलते नजर आए। हालांकि उन्होंने घास पर संतुलन बनाए रखते हुए दूसरे दौर में दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन पर सीधे सेटों में 6-3, 6-3, 6-3 से जीत दर्ज की। लेकिन इस जीत के बाद वह खुश नजर नहीं आए बल्कि अपना गुस्सा ग्रास कोर्ट पर कई बार निकाला।
विंबलडन के ग्रास कोर्ट पर दरअसल घास से निकलने वाली नमी सूख नहीं पा रही है जिसके चलते मैच खेलने पर जोकोविक कई बार फिसलते हुए गिरे, हालांकि भाग्यशाली रहे कि वह इस दौरान चोटिल नहीं हुए। जैसे कि पहले ही फिसलने के कारण सेरेना विलियम्स और एड्रियन मनारिनो चोटिल होकर बाहर हो चुके हैं। ऐसे में जोकोविक की शिकायत पर आल इंग्लैंड लान टेनिस क्लब के सदस्य टिम हेनमन ने कहा कि कोर्ट हर साल की तरह ही इस साल तैयार किए गए हैं। उसमें कोई कमी नहीं है।
हालांकि खेलने की विपरीत स्थितियां होने के बावजूद जोकोविक ने मैच में अपनी पकड़ बनाए रखी। एंडरसन के खिलाफ मैच में उन्होंने कभी भी ब्रेक पाइंट का सामना नहीं किया और सिर्फ छह बेजा गलतियां ही की। इस तरह साल 2018 के विंबलडन फाइनल मैच की याद दिलाते हुए जोकोविक ने एक बार फिर एंडरसन को एकतरफा अंदाज में हराया।
जोकोविक की यह विंबलडन में लगातार 16वीं जीत है। जोकोविक अपने करियर के 20वें ग्रैंडस्लैम खिताब की तरफ बढ़ रहे हैं। अगर वह ऐसा करते हैं तो इस मामले में 20-20 ग्रैंडस्लैम खिताब जीत में वह रोजर फेडरर और राफेल नडाल की बराबरी कर लेंगे।
वहीं, अन्य मैच में पूर्व यूएस ओपन उप विजेता जापान के केई निशिकोरी ने आस्ट्रेलिया के एलेक्सी पोपिरिन को 6-4, 6-4, 6-4 से हराकर 100वीं ग्रैंडस्लैम मैच जीत दर्ज की जबकि स्पेन के पाब्लो एंडुजर के पसली की चोट के कारण मैच खेलने से मना कर दिया, जिससे डेनिस शापोवालोव ने तीसरे दौर में जगह बनाई। यह मैच शुरू ही नहीं हो सका था।