वैशाख माह हिंदू धर्म के अनुसार, दूसरा महीना है। वैशाख मास में दान और गंगा स्नान करने से व्यक्ति को विशेष फल प्राप्त होता है। वैशाख मास को माधवमास के नाम से भी जाना जाता है। जिसका मतलब होता है भगवान श्रीकृष्ण का मास। इस महीने में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। भगवान विष्णु की पूजा अर्चना से व्यक्ति का जीवन सुखमय बना रहता है।
कब से शुरू होगा वैशाख मास
पंचांग के अनुसार, वैशाख मास का आरंभ पूर्णिमा के हिसाब से 7 अप्रैल से और संक्रांति के हिसाब से 15 अप्रैल आरंभ माना जाता है। क्योंकि, चैत्र मास का समापन संक्रांति के बाद से माना जाता है। जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के बाद से वैशाख मास का आरंभ होता है जो इस बार 7 अप्रैल से है। ऐसे में वैशाख मास का आरंभ 7 अप्रैल से हो रहा है।
वैशाख मास का महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख मास में भगवान विष्णु की उपासना की जाती है। इस मास में स्नान दान करना उत्तम माना जाता है। कहते हैं इस मास में पूजा पाठ करने से व्यक्ति को अपने कष्टों से मुक्ति मिलती है।
वैशाख मास पूजा विधि
वैशाख मास में भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करने चाहिए। इस दौरान ओम माधवाय नम: मंत्र का जप करें। इस मंत्र का जप करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि आती है साथ ही अगर किसी के करियर में समस्या चल रही है तो इस मंत्र के जप से समस्याएं समाप्त होती हैं और करियर में उन्नति होती है। इस दौरान भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी के पत्तों और पंचामृत का इस्तेमाल जरूर करें। साथ ही वैशाख मास में गीता का पाठ करना चाहिए या फिर सुनना चाहिए।