उत्तर प्रदेश

गाजियाबाद में मेयर सीट के आरक्षण पर मचा घमासान, सभी दलों ने शासन को भेजी आपत्ति

गाजियाबाद
गाजियाबाद में नगर निकाय चुनाव में महापौर सीट के आरक्षण पर घमासान तेज हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और सपा के निवर्तमान पार्षद और चुनाव की तैयारी में जुटे नेता खुलकर विरोध में आ गए हैं। निवर्तमान पार्षद राजेंद्र त्यागी ने शासन को आपत्ति भेजी है। कई नेता विरोध कर आपत्ति दर्ज कराने की बात कह रहे हैं। निवर्तमान पार्षद अनिल स्वामी ने आरक्षण पर हाईकोर्ट में जाने की चेतावनी दी है। इसके अलावा निगम वार्डों के आरक्षण पर भी विरोध जताया जा रहा है।

शासन ने महापौर सीट और वार्डों का आरक्षण घोषित कर दिया है। आरक्षण पर गाजियाबाद में विरोध शुरू हो गया है। भाजपा, कांग्रेस और सपा नेता घोषित आरक्षण को नियमानुसार नहीं मान रहे। ज्यादातर निवर्तमान पार्षद आरक्षण में बदलाव चाहते हैं। इसके लिए आपत्ति दी जाने लगी हैं।

भाजपा के निवर्तमान पार्षद राजेंद्र त्यागी ने महापौर पद के आरक्षण पर डाक से आपत्ति शासन को भेजी है। उनका कहना है कि महापौर पद की सीट दोबारा महिला के लिए आरक्षित की है। यह उत्तर प्रदेश नगर निगम नियामावली 1994 की धारा-6 की उपधारा-तीन का उल्लंघन है। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि किसी निर्वाचन में महिलाओं को आवंटित पदों के बाद वाले निर्वाचन में महिलाओं को आवंटित नहीं किया जाएगा। आने वाले चुनाव में उसी वर्ग की महिला को दोबारा आवंटित नहीं किया जाएगा। इसके अलावा वार्ड-97 में से भी आरक्षण पर आपत्ति दी है। बता दें कि वर्ष 2017 के चुनाव में भी महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षित थी।

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कोर्ट जाने की चेतावनी देने वाले भाजपा के निवर्तमान पार्षद अनिल स्वामी का कहना है कि सरकार ने महापौर और वार्डों का आरक्षण घोषित करने में जल्दबाजी दिखाई है। यह आरक्षण नियमों का उल्लंघन है। इस पर आपत्ति दर्ज कराई जाएगी। सुनवाई नहीं होने पर अंतिम प्रकाशन के बाद हाईकोर्ट में चुनौती दी जाएगी। कांग्रेस के जाकिर सैफी और अजय शर्मा ने भी आरक्षण पर सवाल उठाए हैं। इनका कहना है कि आरक्षण पर आपत्ति दर्ज करेंगे।

नगर निगम और आठ निकाय में 53 हजार से अधिक मतदाता बढ़े

नगर निकाय की मतदाता सूची का शनिवार को अंतिम प्रकाशन कर दिया गया। नगर निगम और आठ निकाय में कुल 25,80,177 मतदाता हो गए हैं। जनवरी में मतदाताओं की संख्या 25,26,802 थी। इस तरह संशोधन के बाद नगरीय निकाय में 53, 375 मतदाता बढ़ गए हैं। मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन के बाद निगम क्षेत्र में कुल 15,39,821 मतदाता हो गए।इससे पहले 15,05,502 मतदाता थे। मतदाता सूची में 35,935 नए वोटर जुड़े हैं। 122 ने संशोधन कराया। 1616 ने सूची से नाम कटवाए। नगर पालिका मोदीनगर में कुल 18,26,70 वोटर हो गए हैं। अंतिम प्रकाशन से पहले 17,67,12 मतदाता थे। इस बार 8131 नए वोटर जुड़े हैं। 36 ने संशोधन कराया। 2173 ने मतदाता सूची से नाम कटवाया है। नगर पालिका मुरादनगर में 99,814 वोटर हो गए हैं। इससे पहले 98,461 मतदाता थे। 1901 नए वोटर जुड़े हैं। 21 ने संशोधन कराया। 548 ने नाम कटवाया। नगर पालिका लोनी में कुल 52,10,26 मतदाता हो गए हैं। इससे पहले 51,27,776 वोटर थे। 9915 नए वोटर सूची में जुड़े हैं। 47 ने संशोधन कराया है। 1665 ने सूची से नाम कटवाया। खोड़ा नगर पालिका में कुल 17,22,41 वोटर हो गए हैं। इससे पहले 16,98,29 मतदाता थे। 2002 नए मतदाता बढ़े हैं। नगर पंचायत निवाड़ी में 8,943 मतदाता हो गए हैं। इससे पहले 8780 वोटर थे। 200 नए वोटर जुड़े हैं। छह ने संशोधन कराया है। 37 ने नाम कटवाए। नगर पंचायत पतला में कुल 8361 मतदाता हो गए हैं। इससे पहले 8255 वोटर थे।

वार्डों में बिना अनुमति के ही लग रहे होर्डिंग

शहरी क्षेत्र में 100 वार्ड हैं। हर वार्ड से लगभग सात से आठ भावी प्रत्याशी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। भावी प्रत्याशियों ने वोटरों को लुभाने के लिए जगह-जगह होर्डिंग और पोस्टर लग दिए। इसके लिए निगम से अनुमति नहीं ली जा रही। इस तरह निगम को राजस्व भी नहीं मिल रहा। गोविन्दपुरम, संजयनगर, हरसांव, अवंतिका, रहीसपुर, विजयनगर और नंदग्राम आदि कॉलोनियों में पोस्टर, बैनर और होर्डिंग से अटे हैं।

 

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