ढाका
क्रिकेट मैच में कई बार इतनी तेजी से विकेट गिरते हैं कि दूसरे प्लेयर के पास तैयार होना का ज्यादा समय नहीं रहता। खिलाड़ी जब तीन मिनट में खेलने के लिए रेडी नहीं होता तो अंपायर उसे 'टाइम आउट' करार दे सकते हैं। बांग्लादेश में यही 'टाइम आउट' ड्रामा देखने को मिला है। अंपायर ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग (BPL) 2024-25 के तीसरे मैच में टॉम ओ कॉनेल को 'टाइम आउट' आउट करार दिया। हालांकि, खुलना टाइगर्स के कप्तान मेहदी हसन मिराज ने सभी को हैरान कर दिया। उन्होंने बड़ा दिल दिखाते हुए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को वापस बुला लिया। कॉनेल टूर्नामेंट में चटगांव किंग्स फ्रेंचाइजी का हिस्सा हैं।
चटगांव किंग्स ने मंगलवार को 204 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 56 रन पर पांच विकेट गंवा दिए। ऐसे में आस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर कॉनेल निर्धारित तीन मिनट पूरे होने के बाद बल्लेबाजी के लिए मैदान पर उतरे। अंपायर रविंद्र विमलसिरी और तनवीर अहमद ने कॉनेल को 'टाइम आउट' करार दिया। जैसे ही कॉनेल पवेलियन लौटने लगे तो मेहदी ने उन्हें वापस बुला लिया। हालांकि, कॉनेल जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके। वह गोल्डन डक का शिकार हुए। उन्हें सातवें ओवर में मोहम्मद नवाज ने मेहदी को कैच कराया। चटगांव ने 37 रनों से हार झेली। पांच प्लेयर दहाई अंक में नहीं पहुंचे।
चटगांव किंग्स के कप्तान मोहम्मद मिथुन ने मेहदी की प्रशंसा की है। उन्होंने स्वीकार किया कि कॉनेल को आउट देना सही फैसला था। मिथुन ने कहा, "मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि मेहदी ने शानदार काम किया। उन्होंने दिखाया कि उसका दिल बड़ा है। फील्डिंग करने वाली टीम के लिए अपील करना नियमों के अंतर्गत है। कॉनेल को क्रीज पर वापस आने देने के लिए मेहदी को श्रेय जाता है।'' उन्होंने आगे कहा, "बल्लेबाज को क्रीज पर देर से नहीं आना चाहिए, खासकर टी20 में। कॉनेल तैयार होने में थोड़ी देर कर दी। वह तैयार होने के दौरान थोड़ा रिलैक्स था। शायद उसे एहसास नहीं हुआ कि हम इतनी जल्दी विकेट खो देंगे। वह इसी वजह से वह देर से आया। और कुछ नहीं।"