
टोक्यो, एएनआइ। छह बार की विश्व चैंपियनभारतीय मुक्केबाज एमसी मेरी कोम ने टोक्यो ओलिंपिक में शानदार शुरुआत करते हुए पदक की उम्मीद जगा दी है। उन्होंने महिला फ्लाईवेट (48-51 किग्रा) वर्ग के शुरुआती राउंड (32 मुकाबलों के दौर) में डोमिनिकन रिपब्लिक की मिगुएलिना हर्नांडेज़ गार्सिया को 4-1 से हराया। इसके साथ ही वो अगले राउंड (16 मुकाबलों के दौर) में प्रवेश कर गई हैं। पहले दो राउंड के बाद, स्कोर 19-19 के बराबरी पर था और मैच काफी रोमांचक दिखाई दे रहा था। इसके बाद राउंड 3 में मेरी कोम ने शानदार प्रदर्शन किया।
38 वर्षीय मेरी कोम ने 2012 ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उन्होंने अपने से 15 साल छोटी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 4-1 से जीत हासिल की। मिगुएलिना हर्नांडेज़ पैन अमेरिकी खेलों की कांस्य पदक विजेता हैं। शुरू से अंत तक रोमांचक मुकाबले में, मेरी कोम ने गार्सिया के खिलाफ शानदार रणनीति का नजारा पेश किया।
मेरी कोम ने आक्रामक शुरुआत की और पहले राउंड में दबदबा बनाकर 30-27 से जीत हासिल की। दूसरे दौर में वो और अक्रामक दिखीं, लेकिन उनकी प्रतिद्वंद्वी मिगुएलिना हर्नांडेज़ ने वापस करते हुए इसे 29-28 से जीत लिया। उलटफेर से स्तब्ध, मेरी कोम ने अपना डीफेंस मजबूत किया और अगले तीन राउंड के साथ मुकाबला अपने नाम किया। उनका स्कोर 30-27, 28-29, 29-28, 30-28 और 29-28 रहा।
मेरी 2016 रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में नाकाम रही थीं। पिछले साल नवंबर में उन्हें डेंगू हो गया था। हालांकि बुखार एक हफ्ते में कम हो गया था, लेकिन उन्हें पूरी तरह से फिट होने में दो महीने लग गए। वह पुणे में अपने निजी कोच छोटे लाल यादव के साथ प्रशिक्षण लेने की योजना बना रही थी, पर बाद में इटली में बाकी मुक्केबाजी टीम के साथ कैंप में शामिल होने का फैसला किया। चार बच्चों की मां मेरी कोम अब तीसरी वरीयता प्राप्त कोलंबियाई पदक विजेता इंग्रिट वालेंसिया से भिड़ेंगी, जो 2016 के रियो खेलों में कांस्य पदक विजेता थीं।