
टोक्यो, पीटीआइ। पैरा एथलीटों के जज्बे को सलाम करते हुए 16वें पैरालिंपिक खेलों का उद्घाटन समारोह मंगलवार को यहां शुरू हुआ, जिसमें कोविड-19 महामारी के कारण हो रही रुकावटों के बीच आगे बढ़ने का संदेश दिया गया। पैरालिंपिक खेल 57 वर्षों के बाद टोक्यो में फिर से आयोजित हो रहे हैं, जिससे जापान की राजधानी दो बार इन खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया है।
समारोह के लिए विविधता और समावेश के प्रतीक के तौर पर पैरा एयरपोर्ट (हवाईअड्डा) जैसा मंच तैयार किया गया था। समारोह की शुरुआत एक वीडियो के साथ हुई है, जिसमें पैरा खिलाडि़यों की शक्ति को दर्शाया गया। वीडियो के खत्म होते ही पैरा एयरपोर्ट के कर्मियों की तरह पोशाक में रंगारंग कार्यक्रम पेश किया गया, जिसके बाद स्टेडियम के ऊपर आतिशबाजी का शानदार नजारा दिखा।
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सस और जापान के सम्राट नारुहितो का स्टेडियम में स्वागत किया गया, जिसके बाद चार बार के ओलिंपिक फ्रीस्टाइल कुश्ती चैंपियन काओरी इको और बचाव कार्यकर्ता ताकुमी अस्तानी सहित छह व्यक्ति जापान के ध्वज को मंच पर लेकर आए।
इन वैश्विक खेलों के इस सत्र में रिकार्ड 4,403 खिलाड़ी शामिल होंगे। इसका पिछला रिकार्ड 4,328 खिलाडि़यों के भाग लेने का था, जो रियो 2016 खेलों में बना था। टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में 2,550 पुरुष और 1,853 महिला खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे। पांच सितंबर तक चलने वाले इस खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व 54 खिलाड़ी करेंगे, जो देश का अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है।
टोक्यो पैरालिंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया और लिखा, “बेस्ट आफ लक भारत, मुझे यकीन है कि हमारा पैरालंपिक दल अपना सर्वश्रेष्ठ देगा और दूसरों को प्रेरित करेगा।” भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा, “टोक्यो पैरालिंपिक में भारत के ध्वज दल को मेरी शुभकामनाएं। मैं आप में से प्रत्येक के लिए चीयर कर रहा हूं और मुझे यकीन है कि आप हमें गौरवान्वित करेंगे।”
वहीं, नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, “पैरालंपिक एथलीटों की जीवन कहानी जुनून, प्रतिबद्धता और दृढ़ संकल्प के बारे में है और हम में से प्रत्येक के लिए प्रेरणा का काम करती है। खेल में भाग लेकर हर पैरालिंपिक एथलीट दुनिया का नजरिया बदल रहा है। एनएसएस उन्हें सर्वश्रेष्ठ प्रयास करके खेल में भारत को गौरवान्वित करने के लिए बधाई देता है।” ये संस्थान दिव्यांगों की मदद बीते कई दशकों से कर रहा है।
मरियप्पन की जगह टेक चंद बने भारत के ध्वजवाहक
ऊंची कूद के एथलीट मरियप्पन थंगावेलु टोक्यो की उड़ान के दौरान कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण पैरालिंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक नहीं बन सके और उनकी जगह गोला फेंक के एथलीट टेक चंद ने ली।
रियो पैरालिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन पांच अन्य भारतीयों के साथ के क्वारंटाइन में हैं। चक्का फेंक के एथलीट विनोद कुमार भी इसी कारण से उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं ले सके।
भारत के दल प्रमुख गुरशरण सिंह ने उद्घाटन समारोह से पहले कहा, ‘हमें टोक्यो पैरालिंपिक कोविड नियंत्रण कक्ष से अभी सूचना मिली कि हमारे छह पैरा खिलाडि़यों का टोक्यो तक की यात्रा के दौरान संक्रमित व्यक्ति से करीबी संपर्क रहा। इन छह में से मरियप्पन और विनोद कुमार सबसे करीबी संपर्क पाए गए। यह खेदजनक है कि मरियप्पन उद्घाटन समारोह में भाग नहीं ले पाएंगे, जबकि वह ध्वजवाहक थे। उनकी जगह अब टेक चंद ध्वजवाहक की जिम्मेदारी संभालेंगे।’ सिंह ने हालांकि कहा कि मरियप्पन और विनोद दोनों अपनी स्पर्धाओं में भाग लेंगे क्योंकि उनका परीक्षण निगेटिव आया है।
बुधवार को भारत का पैरालिंपिक शेड्यूल
टेबल टेनिस : महिला सिंगल्स
सोनल पटेल, क्लास-3, ग्रुप-डी, सुबह 7:30 बजे से
भाविना पटेल, क्लास-4, ग्रुप-ए, सुबह 8:50 बजे से