कानपुर
कानपुर के चौबेपुर के कुर्मी खेड़ा गांव में ग्राम प्रधान, उसके पति और लेखपाल से तंग आकर तीन महिलाओं ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगाने का प्रयास किया। एसीपी बिल्हौर व पुलिस की मदद से महिलाओं को रोका गया। कानपुर देहात जैसी घटना होते-होते बच गई।
पुलिस के मुताबिक गांव में मीरा, मंजू व नूतन के पति व परिजनों की कृषि भूमि है। भूमि की सही नाप के लिए उपजिलाधिकारी कोर्ट बिल्हौर में मुकदमा विचाराधीन है। लेखपाल सर्वेश कुमार का कहना है कि ग्राम प्रधान व उसका पति चकरोड को पक्का बनवा रहे हैं। ग्राम प्रधान के प्रार्थना पत्र पर वह शुक्रवार शाम को चकरोड की नाप करने गया था। जैसे ही चकरोड नापने की प्रक्रिया शुरू हुई।
तब पीड़ित तीनों महिलाओं ने उनकी कृषि भूमि नापकर अलग करने का अनुरोध किया। आखिर में ग्राम प्रधान व प्रशासन के रवैये से तंग आकर तीनों महिलाओं ने अपनी जान देने के लिए अपने ऊपर पेट्रोल डाल लिया। लेखपाल व ग्राम प्रधान भाग निकले। एसीपी आलोक सिंह ने तीनों महिलाओं को समझा शांत कराया। एसीपी बिल्हौर ने कहा कि पीड़ित महिलाओं की भूमि की पहले नाप कराने के लिए एसडीएम को पत्र भेजा है, तब तक दोनों पक्षों को रोक शांतिभंग में पाबंद किया गया है।