प्रदेश को आत्म-निर्भर बनाने के लिए वैज्ञानिक संस्कृति को विकसित करने की पहल
भोपाल
आंचलिक विज्ञान केंद्र भोपाल द्वारा एमपी स्टार्टअप सेंटर, एमएसएमई विभाग के सहयोग से राज्य में नवाचार, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की संस्कृति को बढ़ावा देने, स्कूल कॉलेज के छात्रों और ग्रासरूट स्तर के नव-प्रवर्तकों को लाभ देने के उद्देश्य से 11 से 13 अप्रैल तक नव-प्रवर्तन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा महोत्सव का उद्घाटन विज्ञान केन्द्र में सुबह 10 बजे करेंगे।
आंचलिक विज्ञान केंद्र के प्रोजेक्ट समन्वयक साकेत सिंह कौरव ने बताया कि इस उत्सव का प्राथमिक उद्देश्य प्रदेश के स्कूल एवं कॉलेज स्तर के छात्रों और ग्रासरूट स्तर के नव-प्रवर्तकों को कार्यशील परियोजनाओं, मॉडल और उत्पादों के रूप में अपने नवीन विचारों यानि उत्पादों और डिजाइन को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करना है।
महोत्सव में एक ही छत के नीचे 3 श्रेणी में नए अभिनव मॉडल, परियोजनाओं और उत्पादों, जिसका उद्देश्य अर्थ-व्यवस्था के विभिन्न प्रमुख क्षेत्रों जैसे कृषि, उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा, आईटी, परिवहन और संचार आदि के सामने आने वाली चुनौतियों का तकनीकी समाधान प्रदान करना है, का प्रदर्शन होगा। नवाचार के दृष्टिकोण और राज्य में स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के प्रसार को प्रोत्साहित करने के आइडिया का प्रदर्शन होगा। इससे राज्य के सतत विकास में लाभ मिलेगा।
नव-प्रवर्तन उत्सव के दौरान ही कई अन्य कार्यक्रम "बौद्धिक संपदा अधिकार" एवं "विद्यालयों में विज्ञान के प्रयोगों में अभिनव तरीके" विषयों पर कार्यशालाएँ, "नवप्रवर्तन आगे का रास्ता" विषय पर लोकप्रिय विज्ञान व्याख्यान और "स्टार्ट अप इंडिया" विषय पर संगोष्ठी आदि भी विद्यार्थियों एवं जन-मानस के लाभ के लिए किये जा रहे हैं। इनोवेशन फेस्टिवल 2023 में अभिनव विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
कुलपति आरजीपीवी भोपाल प्रो. सुनील कुमार एवं आयुक्त उद्योग एवं सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम पी. नरहरि भी उपस्थित रहेंगे।