देश

‘यह गाना ‘भगवा’ रंग को ‘बेशर्म रंग’ कहता है जबकि…’, हिंदू संगठन की धमकी, पठान लगी तो जला देंगे सिनेमा हॉल

 नई  दिल्ली 
 
बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म पठान का पूरे देश में विरोध जारी है। पूरे देश में विरोध के बाद कई हिंदू संगठनों ने शनिवार को आगरा में फिल्म के खिलाफ प्रदर्शन किया। अखिल भारतीय हिंदू महासभा और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने 17 दिसंबर को आगरा में दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान का पुतला फूंका, जिसके बाद हिंदू महासभा के सचिव संजय जाट ने धमकी दी कि अगर आगरा के किसी भी सिनेमाहॉल में शाहरुख-दीपिका की फिल्म पठान लगी तो पूरा थिएटर जला देंगे। हिंदू महासभा के सचिव संजय जाट ने कहा कि फिल्म हिंदू भावनाओं को आहत करती है और ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंगे आगरा के सिनेमाहॉल के मालिकों से इस प्रतिबंध की अवहेलना ना करने की नसीहत दी है।
 
संजय जाट ने दावा किया कि यह गाना 'भगवा' रंग को 'बेशर्म रंग' कहता है जबकि यह हिंदू गौरव का रंग है। संजय जाट ने कहा कि बॉलीवुड में अपनी फिल्मों को हिट कराने के लिए हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का चलन हो गया है, लेकिन अब हिंदू इन चालों से वाकिफ हो गए हैं और अब नारंगी कपड़ों में ऐसी अश्लीलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बता दें कि शाहरुख और दीपिका की फिल्म पठान 25 जनवरी 2023 को रिलीज होने की उम्मीद है। हिंदू महासभा, अन्य हिंदू संगठन हाल ही में रिलीज हुए फिल्म का गाना 'बेशर्म रंग' को देखकर विरोध कर रही है। संगठनों का मानना है कि चूंकि दीपिका पादुकोण ने गाने के कुछ सीन में नारंगी रंग की बिकिनी पहनी है, इसलिए उन्होंने हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और हिंदू विरोधी बॉलीवुड लॉबी के हाथों में खेली है।

'दीपिका ने हरे रंग की बिकनी क्यों नहीं पहनी?'
भाजपा समर्थक मीना दिवाकर ने पूछा कि दीपिका ने हरे रंग की बिकनी क्यों नहीं पहनी और इसे 'बेशर्म रंग' क्यों नगीं कहा। उसने यह जानने की मांग की कि क्या शाहरुख खान भगवा पोशाक पहनेंगे और यह साबित करने के लिए वैष्णो देवी चलेंगे कि वह हिंदू विरोधी नहीं हैं।

Related Articles

'इसे किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जाना चाहिए'
हिन्दुस्तानी बिरादरी के वाइस चेयरमैन विशाल शर्मा ने इन विरोध प्रदर्शनों की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि फिल्में काल्पनिक मनोरंजन का माध्यम हैं और इसे किसी धर्म या समुदाय से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई भी फिल्म जो वास्तव में किसी समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है, उसे कभी भी सेंसर सर्टिफिकेट नहीं मिलेगा। उन्होंने आगे कहा, ''अतीत में कई अन्य फिल्में आई हैं जिनमें एक्ट्रेस ने कामुक डांस में नारंगी कपड़े पहने हैं, लेकिन कोई विवाद नहीं हुआ, उन्होंने कहा कि मौजूदा विरोध स्पष्ट रूप से एक छिपे हुए एजेंडे को दिखा रहा है। इस फिल्म में अश्लीलता से कोई लेना-देना नहीं है या 'हिंदू भावनाओं से।''

KhabarBhoomi Desk-1

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button