संभल
संभल के चंदौसी में मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिली बावड़ी में सातवें दिन बावड़ी की पहली मंजिल के गलियारों से मिट्टी हटाने का काम जारी है। एएसआई की टीम भी बावड़ी स्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुटी है। इससे पहले, गुरुवार को भी पहली मंजिल के गलियारों से मिट्टी हटाने का काम किया गया। 40 से 45 मजदूर गलियारों से मिट्टी निकाल कर ट्रैक्टर-ट्राली में भरने में लगे रहे। दिन भर की मेहनत के बाद पहली मंजिल के एक साइड के गलियारे का पूरा फर्श साफ कर दिया गया है। वहीं बावड़ी में उतर रही सीढ़ियों के सामने बावड़ी का कुआं बताया जा रहा है। वहां मिट्टी इकट्ठा कर वहां की खोदाई पर फिलहाल रोक लगा दी गई है।
नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि पहली मंजिल की पूरी तरह से सफाई होने के बाद ही कुआं की साइड वाली की मिट्टी निकाली जाएगी। बृहस्पतिवार को भी सुबह साढ़े 10 बजे करीब नगर पालिका परिषद की सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रियंका सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंची। दो शिफ्ट में 40-45 मजदूरों की ड्यूटी लगाई जा रही है।
लंच टाइम तक एक टीम काम कर रही है तो लंच के बाद दूसरी टीम काम कर रही है। सुबह 10 बजे एएसआई की टीम के सर्वे के बाद करीब 11 बजे मजदूर फावड़ा और परात लेकर बावड़ी के प्रथम मंजिल पर पहुंचे। जहां गलियारों से मिट्टी हटाने का काम शुरू किया। सीढ़ियों तक मजदूर लाइन में खड़े होकर एक दूसरे से मिट्टी से भरी परात लेकर ट्रैक्टर-ट्रॉली तक पहुंचा रहे थे।
शाम पांच बजे तक कार्य बंद कर दिया गया। तब तक बावड़ी में सीढ़ियों से उतरने के बाद दायीं ओर के गलियारे के फर्श को पूरी तरह से साफ कर दिया गया। जबकि दूसरी तरफ के गलियारे की मिट्टी उस ओर के गेट पर लाकर काम रोक दिया गया। इतना ही नहीं बावड़ी की सीढ़ियों के सामने वाली साइड में कुआं बताया जा रहा है। जिससे वहां का गेट मिट्टी भर कर बंद कर दिया गया है। इसकी खोदाई ऊपरी मंजिल की सफाई करने के बाद ही होगी।
चंदौसी के मोहल्ला लक्ष्मणगंज में बावड़ी का सर्वे करती एएसआई की टीम
मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिली बावड़ी की पहली मंजिल के गलियारों से मिट्टी हटाने का काम जारी है। उधर,तीसरे दिन भी एएसआई की टीम ने बावड़ी स्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। सुबह 10 बजे से टीम माैके पर पहुंची। उन्होंने बावड़ी की पहली मंजिल के गलियारों में घुस कर छानबीन कर फोटो और वीडियोग्राफी भी की। इसके अलावा बावड़ी की नापजोख की गई। नगर पालिका की सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रियंका सिंह ने बताया कि एएसआई की सर्वे कर रही है। सदस्यों ने बावड़ी में फोटो व वीडियोग्राफी की। पहली मंजिल पर नापजोख भी की है।
एएसआई टीम ने की बावड़ी की फोटो और वीडियोग्राफी
इससे पहले, दूसरे दिन भी एएसआई की टीम ने बावड़ी स्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। बृहस्पतिवार की सुबह 10 बजे से पहले एएसआई टीम के राजेश कुमार और मुकेश कुमार बावड़ी पर पहुंचे। यहां उन्होंने बावड़ी की पहली मंजिल के गलियारों में घुस कर छानबीन की और फोटो लिए। वीडियोग्राफी भी की। साथ ही बावड़ी की नापजोख करने भी की। इतना ही नहीं बाद में नमूने भी ले जाने की बात कही है।
संभल के चंदौसी में मुस्लिम बहुल मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिली बावड़ी को देखने के लिए जहां शहर के कोने-कोने से लोग पहुंच रहे हैं। वहीं कुछ लोग बावड़ी को देख कर वह अपने बचपन के समय में देखी बावड़ी के मॉडल को याद कर रहे हैं। यादों का ताजा करते हुए लोगों का कहना है कि बावड़ी का मुख्य गेट लोहे की सरियों का था। दो सीढि़यां चढ़ने के बाद लोहे के गेट से बावड़ी में प्रवेश किया जाता था। यहां किन्नर भी रहते थे। इस संदर्भ में बावड़ी देखने आए कुछ लोगों से बातचीत हुई तो उन्होंने बावड़ी से जुड़ी पुरानी यादों को ताजा किया।
मैं किशोरावस्था में बावड़ी पर कई बार आया हूं। बावड़ी तीन मंजिला इमारत है। बावड़ी में जाने वाली सीढि़यों से पहले लोहे की सरियों का गेट भी है। गेट से पहले दो सीढि़यां बनी हैं। उस गेट से होकर बावड़ी में प्रवेश किया जाता था। इसके अलावा मुख्य गेट पर एक शिलापट लगा हुआ है। बावड़ी किसने बनवाई थी और कब बनी थी। शिलापट पर अंकित है। -मन्तेश वार्ष्णेय, व्यापारी
मैं यहां किशोरावस्था में कई बार आया हूं। उस समय यहां किन्नर रहते थे। आसपास शरीफा, कमरख और अमरूद की बगिया थी। कुआं भी स्पष्ट दिखई देता था। बावड़ी की एक मंजिल दिख गई है। अब दो मंजिल और रह गई हैं। -अनिल अग्रवाल, व्यापारी