भोपाल
इंदौर के बावड़ी हादसे के बाद एसडीईआरएफ हरकत में आ गया है। इस संबंध में एसडीईआरएफ के सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घटनाओं की सूचना मिलने के अधिकतम पांच मिनट के भीतर दल को रवाना करना होगा। दल के पहुंचते ही उन्हें अपनी लोकेशन भेजना होगी।
एसडीईआरएफ के डीआईजी महेश चंद्र जैन ने सभी जिलों को निर्देश दिए हैं कि सूचना मिलते ही,उसकी तत्काल जानकारी भोपाल स्थिति कंट्रोल रूम को दी जाए। सूचना के तीन मिनट के भीतर दल को रवाना कर दिया, यह समय अधिकतम पांच मिनट का हो सकता है। इससे ज्यादा का समय किसी भी हाल में नहीं लगाया जाए। इसके बाद मौके पर पहुंचते ही टीम के सभी लोगों को तत्काल अपने मोबाइल फोन से अपनी-अपनी लोकेशन कंट्रोल रूम को भेजी जाए। ताकि यह पता चल सके कि सूचना के बाद कितने देर में एसडीईआरएफ की टीम सेस्क्यू करने के लिए पहुंची।
ड्यूटी बदलने की जानकारी सोशल मीडिया ग्रुप पर डालेंगे कर्मचारी
जब भी ड्यूटी बदली जाए तो वे भी इसकी जानकारी और अपनी सेल्फी विभाग के सोशल मीडिया ग्रुप में डालेंगे। जिला अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी अप्रिय घटना की निगरानी के लिए एसडीईआरएफ कर्मियों को नियुक्त किया जाए।
3 मिनट का समय है अधिकतम 5 मिनट एसडीईआरएफ का सिस्पांस टाइम तय किया गया है। सूचना मिलने के तीन मिनट बाद दल को रवाना होना होगा। इसके बाद यह भी मॉनिटरिंग की जाएगी कि हमारी टीम मौके पर कितनी देर में पहुंची।
महेश चंद्र जैन, डीआईजी एसडीईआरएफ