नई दिल्ली
अमेरिका के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब किसी आपराधिक मामले में एक पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गिरफ्तारी हुई है। हालांकि, न्यूयॉर्क की मैनहटन की अदालत के जज ने ट्रंप को हिरासत से रिहा कर दिया लेकिन उन्हें चेतावनी दी कि ऐसी बयानबाजी न करें, जिससे कि लोग भड़क सकें लेकिन जब ट्रंप अदालत से बाहर निकले तो उन्होंने सबसे पहले मैनहटन कोर्ट के जज पर ही निशाना साधा। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए मैनहटन जिला अदालत के जज एल्विन ब्रैग पर निशाना साधते हुए कहा,"असली अपराधी जिला जज हैं क्योंकि उन्होंने अवैध रूप से पेपर लीक किए हैं।" डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि प्रेस को सूचना लीक होने के आरोप में उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाना चाहिए या कम से कम उन्हें इस्तीफा देना चाहिए।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने एल्विन ब्रैग की पत्नी के एक ट्वीट की भी निंदा की, जिसमें कहा गया था कि ये आरोप डोनाल्ड ट्रम्प को जेल में जकड़ देंगे। ट्रंप ने दावा किया कि उस ट्वीट के बाद जज की पत्नी ने अपना ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया। जज के परिवार पर हमला बोलते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा,"मेरे पास ट्रंप से नफरत करने वाला एक जज और ट्रंप से नफरत करने वाला उनका परिवार है, जिनकी बेटी कमला हैरिस के लिए काम करती है।"
समर्थकों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने अनाम विश्लेषकों के हवाले से दावा किया कि कोई नहीं मानता कि मामले में उनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत है। उन्होंने कहा, "हर एक पंडित और कानूनी विश्लेषक ने यही कहा कि कोई मामला नहीं बनता है।" डोनाल्ड ट्रम्प ने भीड़ से कहा, यह कहते हुए कि जब उन्हें आरोपित किया गया था, तो उनके वकीलों ने उनसे कहा "इस मामले में कुछ भी नहीं है, वे यह भी नहीं कह रहे हैं कि आपने क्या किया।"
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने "कभी नहीं सोचा था कि अमेरिका में ऐसा कुछ हो सकता है।" उन्होंने आरोप लगाया,"वे हमें मतपेटी में नहीं हरा सकते, इसलिए वे कानून के जरिए हमें हराने की कोशिश कर रहे हैं।" उन्होंने फ्लोरिडा में अपने मार-ए-लागो घर से अपने भाषण में कहा, "मैंने जो एकमात्र अपराध किया है, वह हमारे देश को नष्ट करने की कोशिश करने वालों से निडर होकर बचाव करना है।" उन्होंने कहा कि उन्हें वामपंथियों से देश को बचाना है। बता दें कि एक पोर्न स्टार को पैसे देने के मामले में डोनाल्ड टंप पर 34 आरोप लगाए गए हैं। उन्हें मैनहटन कोर्ट में पेशी के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था लेकिन अदालत ने उनकी दलीलें सुनने के बाद उन्हें हिरासत से रिहा कर दिया और 1.22 लाख डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश दिया।