गोरखपुर
गोरखपुर में बदमाशों ने पुलिस के इकबाल को बड़ी चुनौती दी है। सोमवार की रात उन्होंने आपस में बात कर रहे तीन दोस्तों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। बताया जा रहा है कि बदमाशों के टारगेट पर मोनू गौड़ नाम का लड़का था लेकिन बीच में 25 साल नौजवान विपिन पांडेय आ गया। सीने में गोली लगने से मौके पर ही विपिन की मौत हो गई।
जबकि मोनू गौड़ जो बदमाशों के टारगेट पर था उसके हाथ में गोली लगी और वो घायल हो गया। साथ में मौजूद विश्वास तिवारी भी चोटिल हुआ है। विपिन हरखापुर निवासी अपने नाना के साथ पुरोहित का काम करता था। देर रात पुलिस ने पांच लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया है। घटना के बाद सैकड़ों की संख्या में जुटे ग्रामीणों और परिवारीजनों ने शव पुलिस को सौंपने से इनकार कर दिया। एसपी नार्थ मनोज कुमार अवस्थी ने कस्बा इंचार्ज और एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है। देर रात परिजन शव पुलिस को सौंपने को तैयार हुए।
वर्चस्व की लड़ाई में वारदात
बताया जा रहा है कि वर्चस्व की लड़ाई में बाइक सवार चारों बदमाशों के निशाने पर मोनू गौड़ था। बदमाशों ने पहले उसी पर गोली चलाई लेकिन हाथ आगे कर गोली रोकने के प्रयास में घायल होकर गिर पड़ा। बीच में आए विपिन (25) निवासी महुआ खुर्द के सीने में गोली लग गई। हरखापुर गांव निवासी विश्वास तिवारी भागने के चक्कर में गिर कर घायल हो गया। उसका कहना है कि बदमाशों ने उसे निशाना बनाकर गोली चलाई थी। वह बाल-बाल बच गया। बच्चों के पुराने विवाद में घटना को अंजाम दिया गया है।
मृतक विपिन वघायल मोनू एवं विश्वास के अगल-बगल के गांव के होने के नाते कुछ ही देर में परिजनों संग सैकड़ों ग्रामीण पहुंच गए। पता चला कि आरोपी बदमाशों की अदावत मोनू गौड़ निवासी जदवापुर से थी। वह हरखापुर गांव स्थित नाना सीताराम के यहां आता-जाता था। वर्चस्व की लड़ाई और लड़की भगाने के पुराने मामले में मनबढ़ 21 फरवरी 2023 को उसे खोजते हुए उसके घर तक पहुंचे थे। मोनू के नहीं मिलने पर उसके नाना सीताराम के मुंह में पिस्टल डालते हुए गोली मारने की धमकी दी थी। दिव्यांग सीताराम ने आधा दर्जन से अधिक मनबढ़ों के खिलाफ हत्या के प्रयास में दर्ज कराया था। रात करीब एक बजे शासन से राहत धनराशि, कृषि योग्य भूमि और एक परिजन को नौकरी देने के एडीएम प्रशासन के आश्वसान पर परिजनों ने शव को पीएम के लिए सौंपा।
नानी को पनीर देने आया था विपिनमहुखा खुर्द निवासी विपिन पाण्डेय पड़ोस में करीब दो किमी दूर स्थित हरखापुर गांव स्थित अपने ननिहाल में आया था। विपिन अपनी नानी की देखभाल करता था। लगभग रोजाना ननिहाल आता था। सोमवार की रात में वह नानी के लिए पनीर लेकर आया था।