लखनऊ
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठन विद्या भारती से संबद्ध स्कूलों में अंग्रेजी मीडियम से पढ़ाई का क्रेज बढ़ता जा रहा है। समय की मांग को देखते हुए तमाम शिशु भारती (प्राइमरी स्कूलों) में पढ़ाई पूरी तरह से अंग्रेजी माध्यम से होने लगी है तो वहीं कक्षा छह से 12 तक में छात्र संख्या के अनुरूप एक-दो सेक्शन अंग्रेजी मीडियम के संचालित होने लगे हैं।
प्रयागराज में सबसे पहले रानी रेवती देवी सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज राजापुर में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू हुई थी। वर्तमान में यहां 12वीं तक हिन्दी के साथ ही अंग्रेजी माध्यम से भी पढ़ाई हो रही है। इसके बाद ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सिविल लाइंस और रसूलाबाद में भी अंग्रेजी माध्यम से कक्षाएं संचालित हैं।
नैनी में 1992 से संचालित माधव ज्ञान केंद्र इंटर कॉलेज के लिए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबद्धता ली जा रही है। यूपी बोर्ड से संचालित इस स्कूल को मान्यता देने के लिए सीबीएसई की टीम दौरा कर चुकी है। प्रयागराज में विद्या भारती का कोई स्कूल अब तक सीबीएसई से संचालित नहीं है।
विद्या भारती के सरस्वती प्रकाशन निराला नगर लखनऊ ने प्राइमरी और जूनियर कक्षाओं की किताबें अंग्रेजी में भी छापनी शुरू कर दी है। जबकि अन्य कक्षाओं में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की अंग्रेजी माध्यम की किताबें पढ़ाई जा रही है।
पुराने शिक्षकों को दे रहे प्रशिक्षण, नए अंग्रेजी में दक्ष विद्या भारती के स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से कक्षाएं संचालित करने के लिए पुराने शिक्षकों को समय-समय पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यही नहीं अब अंग्रेजी में दक्ष शिक्षकों को भर्ती में प्राथमिकता दी जा रही है।
रसूलाबाद के ज्वालादेवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य, युगल किशोर मिश्र ने कहा कि पिछले पांच सालों में सभी कक्षाओं में अंग्रेजी माध्यम के सेक्शन चलने लगे हैं। पुराने शिक्षकों को अंग्रेजी में कक्षाएं लेने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। शिक्षण का माध्यम अंग्रेजी किया गया है, विद्या भारती की परंपरा का हम पूरे समर्पण के साथ पालन कर रहे हैं।