नई दिल्ली
जब से ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन संयुक्त राज्य अमेरिका की संक्षिप्त यात्रा कर लौटी हैं, तब से ताइवान और चीन के बीच रिश्तों में कड़वाहट और बढ़ गई है। चीनी सेना ने रविवार को लगातार दूसरे दिन ताइवान को लक्षित कर युद्ध अभ्यास किया और द्वीपीय देश "ताइवान के प्रमुख लक्ष्यों पर नकली हमले" किए।
रविवार को ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उसने द्वीप के चारों ओर 11 चीनी युद्धपोतों और 70 विमानों का पता लगाया है। चीन ताइवान स्ट्रेट के आसपास ताइवान को लक्षित कर तीन दिनों का सैन्य अभ्यास कर रहा है। ताइवानी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक चीन ने दूसरे दिन भी उसकी वायु सीमा के करीब 58 फाइटर उतारे और समंदर में 9 युद्धपोत उतारे हैं।
अल जजीरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि वह चीनी युद्ध अभ्यास का "शांत और संयमित तरीके से" जवाब दे रहा है। ताइवान ने कहा है कि स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजे (08:00 GMT) तक पता चला कि चीन ने युद्धक विमानों में लड़ाकू जेट और बमवर्षक भी उतारे हैं। चीन, लोकतांत्रिक रूप से शासित होनेवाले ताइवान को अपने क्षेत्र के रूप में दावा करता रहा है, ने शनिवार को द्वीप के चारों ओर तीन दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू किया था। इससे एक दिन पहले ही ताइवानी राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने अमेरिकी प्रतिनिधि सदन के अध्यक्ष केविन मैकार्थी के साथ बैठक की थी।
चीन की सरकारी मीडिया ने बताया है कि ताइवान के आसपास गश्त और अभ्यास जारी हैं। उधर ताइवान ने इसका सख्त विरोध किया है और कहा है कि इससे क्षेत्र में तनाव बढ़ा है। ताइवान ने कहा है कि वह चीनी दबाव के आगे नहीं झुकेगा। उधर, अमेरिका ने भी चीनी सैन्य अभ्यास की निंदा की है। पिछले साल भी जब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की त्तकालीन अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने ताइपे की यात्रा की थी, तब चीन ने इस द्वीप के करीब व्यापक युद्धाभ्यास किए थे और समंदर में कई मिसाइल दागे थे।