पंचायत सचिव रोजगार सहायक व पूर्व सरपंच फरवरी से फरार
चंदेरा
जिला टीकमगढ़ की जनपद पंचायत पलेरा वैसे भी भ्रष्टाचार के लिए संपूर्ण मध्यप्रदेश में अलग ही पहचान बनाए हुए हैं किंतु इन दिनों अब तो हद ही हो गई किस शासकीय कार्यों में गमन के साथ-साथ व्यक्तिगत शौचालय की राशि हड़पने के गंभीर आरोप ग्राम पंचायत दरियापुरा निवासी सुंदर लाल पाल ग्राम मोरपरिया ने लगाये थे। जिसके तारतम में माननीय न्यायालय जतारा द्वारा आरोप सिद्ध होने के बाद राशि वसूलने एवं पांच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के आदेश दिनांक 14 फरवरी 2023 को कर दिए थे। किंतु पुलिस प्रशासन की मिलीभगत एवं नेताओं की शरण प्राप्त होने के कारणों के चलते उन्हें ना तो गिरफ्तार किया गया और ना ही उनको निलंबित किया गया।
शिकायतकर्ता की माने तो 2 लोगों की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेज दिया गया बाकी तीनों मुख्य आरोपी और भ्रष्टाचारियों को रसूखदार मानते हुए क्षेत्रीय बाहुबली नेताओं की शरण मिलने के कारण पुलिस प्रशासन नकेल कसने में नाकाम है। अब देखना है कि कई बार माननीय न्यायालय के आदेशों के बावजूद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर सचिव पूर्व सरपंच व रोजगार सहायक कब तक पुलिस को चकमा देते रहेंगे या यूं ही नेतागिरी का जामा पुलिस पर हावी रहेगा तीनों भ्रष्टाचारियों की दबंगई इस कदर हावी है कि आए दिन फोन पर शिकायतकर्ता के परिजनों को धमकियां देते हुए राजीनामा के लिए दबाव बनाया जाता है और इसकी जानकारी पुलिस से संपर्क कर दी जाती है तो पुलिस कुछ भी कार्यवाही करने से नानुकु करती नजर आती है। शिकायतकर्ता की मांग है कि इन्हें तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई कर न्याय दिलाया जाए।
इनका कहना है
माननीय न्यायालय द्वारा पांच लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे जिसमें से 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है तीन लोग आज भी फरार हैं!
शैलेंद्र सक्सेना-थाना प्रभारी चंदेरा
थाना पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के पर्याप्त प्रयास किए जा रहे हैं कई बार फरारी के पंचनामा भी बनाए गए हैं इन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी।
अभिषेक गौतम-अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जतारा
माननीय न्यायालय के आदेश के तदुपरांत सचिव आकाश यादव को 1 महीने पूर्व ही निलंबित कर दिया गया था किंतु जीआरएस के खिलाफ सेवाएं समाप्त की कार्यवाही प्रस्तावित कर प्रचलन में है।
पी.के. मिश्रा-मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पलेरा