विदेश

Submarine भी पाक में बनी खिलौना, किसी में बैटरी नहीं तो नई में इंजन गायब

कराची

पाकिस्तान इस समय भयंकर आर्थिक संकट से गुजर रहा है. स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. देश का विदेशी मुद्रा भडांर खाली होने की कगार पर है. वहीं दिन पर दिन बढ़ती महंगाई से आम जनता का हाल बेहाल है. इस बीच आर्थिक संकट का असर पाकिस्तान की पनडुब्बियों पर भी पड़ा है जिनकी स्थिति कंकाल जैसी हो गई है.

दरअसल कंगाल पाकिस्तान की नौसेना पर दोहरी मार पड़ी है. नौसेना के पास पनडुब्बियां तो हैं लेकिन इनका कोई खास इस्तेमाल नहीं हो पा रहा. चालू पनडुब्बियों के लिए कोई बैटरी नहीं है और निर्माणाधीन पनडुब्बियों के लिए कोई इंजन नहीं है. पाकिस्तान के पास जो पांच पनडुब्बियां हैं उनमें (छोटी पनडुब्बियों को छोड़कर) अन्य चीजों के अलावा बैटरी में भी समस्या है. दरअसल किसी भी पनडुब्बी को पानी के नीचे ऑपरेट करने के लिए बिजली यानी बैटरी की आवश्यकता होती है लेकिन आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान के पास बैटरी की भारी कमी है.

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पाकिस्तान ने ग्रीस से मांगी मदद

ऐसे में पाकिस्तान ने एक बार फिर दूसरे देशों के आगे हाथ फैलाया है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान ने ग्रीस से बैटरी के लिए अनुरोध किया है. वहीं सूत्रों की मानें तो ग्रीस ने अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया है. जानकारी के मुताबिक ग्रीस ने इस रिक्वेस्ट को उच्च स्तर पर ठुकरा दिया है. बताया जा रहा है कि ग्रीस ने ये फैसला भारत-ग्रीस के संबंधों को ध्यान में रखते हुए लिया है. इससे भारत और ग्रीस के मजबूत होते संबंधों के संकेत साफ नजर आ रहे हैं.

भारत ने पिछले साल की थी अपील

पाकिस्तान ने पांच अगस्ता क्लास की फ्रांस में निर्मित पनडुब्बियों के लिए बैटरी की मदद गांगी थी. अगस्ता क्लास की इन फ्रांस में निर्मित पनडुब्बियों में तीन 90बी और दो 70 की पनडुब्बियों शामिल थीं. हालांकि ग्रीस ने पाकिस्तान को मदद पहुंचाने से इनकार कर दिया है. दरअसल पिछले साल भारत ने ग्रीस से अनुरोध किया था वह पाकिस्तान को किसी भी तरह की रक्षा सामग्री एक्सपोर्ट ना करे. भारत के इसी अनुरोध के बाद ग्रीस ने पाकिस्तान की मदद करने से इनकार कर दिया है.

चीन से मिलने वाली पनडुब्बियों में भी देरी

वहीं सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान ग्रीस से नई बैटरी नहीं खरदीना चाहता बल्कि यहीं की एक फर्म के सबकॉन्ट्रैक्टर से पुरानी बैटरियों को ठीक कराना चाहता है. हालांकि ग्रीस में बैटरियों की सर्विंस कराने को लेकर भी अड़चन पैदा की जा रही है. वहीं दूसरी ओर चीन से मिलने वाली आठ हैंगर श्रेणी की पनडुब्बियों में भी देरी होती दिखाईन दे रही है. इसकी पहली पनडुब्बी पाकिस्तान को पिछले साल 8 अगस्त में मलनी थी जबकि दूसरी पिछले महीने यानी मार्च 2023 में. हालांकि इनमें से कोई भी पनडुब्बी अभी तक पाकिस्तान के पास नहीं पहुंची है. बता दें, 8 में से चार पनडुब्बी चीन में बनाई जा रही हैं जबकि बाकी की चार पाकिस्तान के करांची में बनाई जाएंगी.

 

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