प्रयागराज
यूपी में प्रयागराज जिले के आश्रम पद्धति विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को अब सिविल सेवा परीक्षा के साथ ही नीट और जेईई की तैयारी भी कराई जाएगी। इस सत्र से मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत यहां पर कोचिंग का संचालन होगा, जिससे इंटरमीडिएट से ही यहां के बच्चे भविष्य के लिए तैयार हो सकें। मंडल के सभी 11 आश्रम पद्धति विद्यालयों में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत कोचिंग का संचालन होगा।
गरीब बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभ्युदय कोचिंग की शुरुआत की थी। पहले साल नि:शुल्क कोचिंग मंडलों में चली, जबकि बाद में इसे जिला स्तर पर शुरू किया गया। अब कोचिंग का और विस्तार किया जा रहा है। आश्रम पद्धति विद्यालय जहां पर गरीब बच्चे पढ़ते हैं वहां कोचिंग की कक्षाएं चलाई जाएंगी। प्रयागराज में चार आश्रम पद्धति विद्यालय हैं। ये चार विद्यालय खाई करछना, कौड़िहार में बालिका आश्रम पद्धति विद्यालय, कोरांव और शंकरगढ़ में हैं जबकि प्रतापगढ़ में एक विद्यालय नारायणपुर में है। कौशाम्बी में पांच आश्रम पद्धति विद्यालय हैं जिनमें दो बालिका और तीन बालकों के हैं। वहीं फतेहपुर में एक विद्यालय खागा में है।
उप निदेशक डॉ. मंजूश्री श्रीवास्तव ने शासन के निर्देश पर मंडल के सभी विद्यालयों में इसकी तैयारी करने को कहा है। इन विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाने के लिए अलग से अतिथि प्रवक्ता तैनात किए जाएंगे। जो अलग-अलग विषयों में दक्ष होंगे।
मॉडल स्कूलों से होगी शुरुआत
आश्रम पद्धति विद्यालय में भी शुरुआत मॉडल स्कूल से होगी। प्रयागराज में कौड़िहार का आश्रम पद्धति विद्यालय मॉडल स्कूल है। यहां पर लैब भी बन चुकी है, कंप्यूटर रूम और दूसरे काम भी हो रहे हैं।