
खबरभूमि डेस्क। कोरोना काल के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए हर साल की तरह इस साल भी धूम-धाम से शारदीय नवरात्र का पर्व मनाया जाएगा। इस बार नवरात्र आठ दिन का होगा। 7 अक्टूबर से प्रारंभ हो कर 14 अक्टूबर को शारदीय नवरात्र समाप्त होगा।
मान्यता है कि आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि के दिन माता अपने दिव्य लोक से पृथ्वी पर आती हैं। इसी के साथ ही नवरात्र प्रारंभ हो जाता हैं। 15 अक्टूबर को नवरात्र पूर्ण होंगे। कहा जा रहा है कि इस बार मां दुर्गा डोली पर सवार होकर आएंगी।
नवरात्रि के पर्व में इस बार माताजी डोली पर सवार होकर आएंगी। कहते हैं कि नवरात्रि की शुरुआत यदि सोमवार या रविवार को हो तो इसका अर्थ है कि माता हाथी पर सवार होकर आएंगी। शनिवार और मंगलवार को माता अश्व यानी घोड़े पर सवार होकर आती हैं। गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि का पर्व प्रारंभ हो तो माता डोली पर सवार होकर आती है।
राजनैतिक उथल-पुथल के साथ प्राकृतिक आपदाओं के संकेत
कहा जाता है माता का डोली पर सवार होकर आना शुभ संकेत नहीं माना जाता है। मान्यता है कि ऐसे में राजनैतिक उथल-पुथल के साथ ही प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ने की संभावना रहती है।
नवरात्र आठ दिन के होंगे
पहला दिन 7 अक्टूबर 2021: मां शैलपुत्री की पूजा
दूसरा दिन 8 अक्टूबर 2021: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
तीसरा दिन 9 अक्टूबर 2021: मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की पूजा
चौथा दिन 10 अक्टूबर 2021: मां स्कंदमाता की पूजा
पांचवां दिन 11 अक्टूबर 2021: मां कात्यायनी की पूजा
छठवां दिन 12 अक्टूबर 2021: मां कालरात्रि की पूजा
सातवां दिन 13 अक्टूबर 2021: मां महागौरी की पूजा
आठवां दिन 14 अक्टूबर 2021: मां सिद्धिदात्री की पूजा
15 अक्टूबर 2021: विजयादशमी (दशहरा)
शुभ योग
नवरात्र की शुरुआत चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग में होगी, इसलिए घट स्थापना अभिजीत मुहूर्त में करना श्रेष्ठ रहेगा। इसी प्रकार नवरात्र में चार बार रवि योग बन रहा है, यह योग उन्नति और समृद्धि देता है। शारदीय नवरात्र की शुरुआत सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग में होगी। साथ ही नवमी पर भी सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग रहेगा। नवरात्र में भवन, भूमि, वाहन, आभूषण, वस्त्र, रत्न आदि की खरीदारी शुभ मानी जाती है।