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शाहरुख सैफी ने कबूला जुर्म, पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिए थे तीन लोग

 तिरुवनंतपुरम

केरल ट्रेन आगजनी के आरोपी शाहरुख सैफी को शुक्रवार को 11 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। केरल पुलिस ने कहा कि हिरासत में भेजे से पहले उसने अपना अपराध कबूल कर लिया है। उन्होंने कहा कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। पुलिस अधिकारी अजित कुमार ने कहा, "जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। उसने (आरोपी शाहरुख सैफी) ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। घटनास्थल पर पाया गया बैग उसी का है।" पुलिस ने आगे कहा कि आरोपी अब शारीरिक रूप से फिट है। उन्होंने कहा, "हम और अधिक जानने की कोशिश करते रहते हैं। यह एक लंबी प्रक्रिया है। हम फिलहाल सभी हिस्सों को परख रहे हैं। मामले के संबंध में जहां भी सबूत मिलेंगे सभी कलेक्ट किए जाएं।"

दो अप्रैल को हुई इस घटना में एक शिशु और दो अन्य लोगों की मौत हो गई थी। कोझिकोड के न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) ने मामले में मुख्य आरोपी शाहरुख सैफी को 11 दिनों के लिए पुलिस की हिरासत में भेज दिया। आरोप है कि सैफी ने ट्रेन में सवार कुछ यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी और वहां से भागने के प्रयास में वह संभवत: झुलस गया। बृहस्पतिवार से एक मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था। जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आगे की पूछताछ के लिए आरोपी को 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) की हिरासत में भेजा गया है।

इससे पहले दिन में, मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचे और आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया था। हालांकि, बाद में एक मेडिकल बोर्ड ने फैसला किया सैफी के जख्म ज्यादा गहरे नहीं हैं और उसे अस्पताल से छुट्टी दी गई। सैफी को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद पुलिस ने उसकी हिरासत के लिए अदालत से अनुरोध किया, जिसके बाद इसने आरोपी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने ट्रेन आगजनी की घटना के मृतकों के परिवारों से मुलाकात की और उनमें से प्रत्येक परिवार को पांच-पांच लाख रुपये की मुआवजा राशि का चेक दिया।

वहीं, एडीजीपी (कानून-व्यवस्था) एम. आर. अजित कुमार ने बताया कि विभिन्न जांच एजेंसियों की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया जा सका। कुमार ने कहा, ‘‘यह विशेष मामला है जिसमें संयुक्त रूप से जांच किये जाने की जरूरत है। केरल पुलिस और अन्य एजेंसियों ने संयुक्त प्रयास से आरोपी का पता लगाया और उसे पकड़ लिया। सारा श्रेय केरल पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को जाता है। हम मामले की हर पहलू की जांच कर रहे हैं।’’

उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों को सूचना मिली थी कि आरोपी महाराष्ट्र के रत्नागिरि में है और केरल पुलिस ने उसे हिरासत में लेने के लिए तत्काल टीम भेजी। उन्होंने कहा, ‘‘हमने महाराष्ट्र पुलिस की टीम और अन्य जांच एजेंसियों के सहयोग से उसे पकड़ लिया और यहां लेकर आए। मामले की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, हमें इस मामले की विस्तृत और गहन जांच करने की जरूरत है।’’ गौरतलब है कि दो अप्रैल को ट्रेन के कोझिकोड के एलाथुर में कोरापुझा पुल के पास पहुंचने पर संदिग्ध व्यक्ति ने यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी और नौ लोग झुलस गए, जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। केरल पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) मामले की जांच कर रहा है।

 

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