मध्यप्रदेश

मध्य प्रदेश के नौगांव शहर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज, शुरू हुई कड़ाके की ठंड

भोपाल
मध्य प्रदेश के नौगांव शहर में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ है। यह मैदानी इलाके के किसी शहर में दर्ज सबसे कम तापमान है। वहीं हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस पर रहा। प्रदेश के 11 शहरों में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। शनिवार को दिन का सबसे कम 23.2 डिग्री सेल्सियस रायसेन में रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में देश के पश्चिमोत्तर क्षेत्र में जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 260 किमी. प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में तूफान फेंगल मौजूद है।

कुछ इलाकों में छा सकते हैं आंशिक बादल
पाकिस्तान के आसपास एक पश्चिमी विक्षोभ द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि तूफान फेंगल के शनिवार रात को महाबलीपुरम के तट के आसपास टकराने की संभावना है। इसके प्रभाव से हवाओं के साथ कुछ नमी आने की वजह से प्रदेश में कहीं-कहीं आंशिक बादल आ सकते हैं। इससे न्यूनतम तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो सकती है।

इन शहरों में 10 डिग्री से नीचे रहा पारा
शहर- न्यूनतम तापमान
नौगांव- 8.0
राजगढ़- 8.2
उमरिया- 8.4
मंडला- 8.6
बैतूल- 8.8
खजुराहो- 9.2
रीवा- 9.2
ग्वालियर- 9.4
टीकमगढ़- 9.4
जबलपुर- 9.5
धार- 9.5
(नोट- तापमान डिग्री सेल्सियस में)

10 दिन से आठ से 10 डिग्री के बीच झूल रहा है पारा
भोपाल कड़ाके की ठंड की चपेट में है। हालात यह हैं कि पिछले 10 दिनों से शहर में रात का तापमान आठ से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच झूल रहा है। दिन में भी सर्द हवाएं सिहरन बढ़ा रही हैं। इसी क्रम में शनिवार को दिन का तापमान 24 डिग्रीसेल्सियस रिकार्ड किया गया। जो सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस कम रहा। इस इस सीजन का दिन का सबसे कम तापमान है।

ठंड के मौसम में ह्रदय रोगी रहें सावधान, जांच कराते रहें
स्वास्थ्य विभाग ने ट्रिपल सी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। सबसे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर शेयर किया था। ट्रिपल सी का अर्थ चेक, कॉल और कंप्रेस है। पहले चेक यानी बेहोश मरीज की गर्दन के पास से ही पल्स चेक करें। इसके साथ उसकी सांस की जांच करके तत्काल एंबुलेंस को काल करें।

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