
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Tokyo Olympics 2020: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले से आने वाले सतीश कुमार टोक्यो ओलंपिक के जाने वाले भारत के सबसे वजनी खिलाड़ी हैं। हैवीवेट डिविजन में सतीश कुमार मुक्केबाजी प्रतिस्पर्धा में भाग लेने वाले हैं। 91 प्लस किलोग्राम भार वर्ग में सतीश कुमार मुक्केबाजी करने वाले हैं। इतना वजन टोक्यो जाने वाले किसी भी खिलाड़ी का नहीं है। ऐसे में वे भारत के सबसे वजनी खिलाड़ी हो गए हैं।
हालांकि, सतीश कुमार के लिए टोक्यो ओलंपिक में पदक हासिल करना इतना आसान नहीं होने वाला, क्योंकि अहम समय पर ट्रेनिंग के समय उनको कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। इस बीमारी से उबरने में उनको काफी समय लगा और उन्होंने महत्वपूर्ण ट्रेनिंग मिस की। हालांकि, वे कुछ प्रतियोगिता और निजी स्तर पर अभ्यास जारी रखकर टोक्यो ओलंपिक में उतरने वाले हैं। अगर वे पदक जीतने में सफल होते हैं तो ये बड़ी बात होगी।
दुबई में इसी साल हुई एशियन चैंपियनशिप को सतीश कुमार ने मिस किया था और इस बीच कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के कारण उनको ट्रेनिंग भी नहीं मिली, लेकिन वे ओलंपिक के लिए तैयार हैं। 30 वर्षीय सतीश कुमार इसी साल मार्च में जॉर्डन में हुई एशिया क्वलीफायर्स में हिस्सा लेकर टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल हुए थे। सतीश कुमार इंडियन आर्मी में भी शामिल हैं और रानीखेत में उनकी पोस्टिंग है।
सतीश कुमार ने अभी तक कोई बड़ी प्रतियोगिता देश के लिए नहीं जीती है, लेकिन उनसे उम्मीद है कि वे अगर ओलंपिक में कुछ कमाल दिखाते हैं तो ये देश का गौरव बढ़ाने की बात होगी। सतीश कुमार ने 2014 एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था। सुपर हैवीवेट कैटेगरी में उन्होंने इनचियोन में हुई इस प्रतियोगिता में तांबा जीता था। उनकी कद काठी के कारण वे इस खेल से जुड़े, लेकिन मुक्केबाजी के बारे में वे जानते नहीं थे। उनको WWE रेस्लर जॉन सीना और अंडरटेकर के बारे में पता था और ऐसा लगता था कि यही मुक्केबाजी है।