एसनशिओन
मध्य दक्षिण अमेरिकी देश पराग्वे में दक्षिणपंथी कोलोराडो पार्टी की जीत हुई है। रूढ़िवादी नेता सैंटियागो पेना कोलोराडो के नए राष्ट्रपति होंगे। पराग्वे में हुए राष्ट्रपति पद के चुनाव में एक बार फिर दक्षिणपंथी कोलोराडो पार्टी का परचम लहराया है। कोलोराडो पार्टी नेता 44 वर्षीय सैंटियागो पेना ने जीत दर्ज की है। सैंटियागो अर्थशास्त्री हैं।
पराग्वे में बीते 76 साल में अधिकतर समय कोलोराडो पार्टी की ही सरकार रही है। पूरे दक्षिण अमेरिकी क्षेत्र में जहां वामपंथी सरकारों की सत्ता में वापसी हो रही है, वहीं पराग्वे में अभी भी दक्षिणपंथी राजनीति का दबदबा है। पराग्वे में राष्ट्रपति पद के लिए हुए मतदान में कुल 99 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट दिये थे, जिनमें से 43 प्रतिशत वोट सैंटियागो पेना को मिले हैं।
सैंटियागो पेना ने अपने चुनाव अभियान के दौरान लोगों को नौकरी देने, बिजली की कीमतें कम करने और ड्रग्स कारोबार को खत्म करने जैसे बड़े वादे किए थे। वैसे माना जा रहा है कि पराग्वे में सैंटियागो पेना की जीत के बाद पराग्वे के अमेरिका से संबंध खराब हो सकते हैं।
दरअसल पेना पराग्वे के पूर्व राष्ट्रपति होरासियो कार्टेस के करीबी हैं। कार्टेस पराग्वे की सत्ताधारी कोलोराडो पार्टी के अध्यक्ष हैं। कार्टेस पर आरोप है कि उन्होंने इस्लामिक आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को फंडिंग की। साथ ही उन पर चुनावी जीत के लिए लोगों में रिश्वत बांटने का भी आरोप है। पराग्वे में जनरल अलफ्रेडो स्ट्रोइसनर की तानाशाही रही है लेकिन उसके बाद से पराग्वे की सत्ता पर कोलोराडो पार्टी का कब्जा रहा है।