भोपाल
जिले में आज से नई कलेक्टर गाइडलाइन लागू हो गई है। इसमें 733 स्थानों पर जमीनों के रेट 5 से 45 फीसदी तक बढ़ाए गए हैं। ऐसे में लगातार आठवें साल राजधानी में जमीनों के दाम बढ़ाए गए हैं। इस कारण शहरवासियों को एक बार फिर महंगाई का झटका लगेगा, उन्हें फिर से महंगी प्रॉपटी के कारण ज्यादा स्टांप शुल्क जमा करना होगा। वहीं, अब शहर में तीन दिन पंजीयन के कामकाज पूरी तरह से बंद रहेंगे।
इस दौरान पंजीयन विभाग का सर्वर भी अपडेट होगा और कलेक्टर गाइडलाइन के नए रेट संपदा के सॉफ्टवेयर में दर्ज किए जाएंगे। ऐसे में 4 अप्रैल से जिले में नई रजिस्ट्रियों हो सकेंगी। पंजीयन विभाग के अनुसार वित्तीय वर्ष समाप्ति के आखिरी दिन 31 मार्च को जिले में 800 रजिस्ट्री दर्ज की गईं। इसके एक दिन पहले भी गुरुवार को 800 रजिस्ट्रियां हुई थीं। ऐसे में पूरे भर में करीब 1150 करोड़ का राजस्व मिला है, जो पंजीयन अफसरों को दिए गए लक्ष्य 1078 से 72 करोड़ रुपए ज्यादा है।
गुरुवार की भीड़ को देखकर वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन करीब एक हजार स्लॉट खोले गए थे। शुक्रवार को रात दस बजे तक भी 800 रजिस्ट्री दर्ज की गईं। हालांकि इस दौरान पंजीयन विभाग का सर्वर बीच-बीच में स्लो भी हुआ। इसके कारण लोगों को एक से लेकर तीन घंटे तक इंतजार भी करना पड़ा। यह स्थिति गुरुवार को भी थी, लेकिन जिन लोगों ने तय किया था कि रजिस्ट्री करानी है, तो उन्होंने परेशान होकर भी रजिस्ट्रियां करार्इं।
गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में हुई रजिस्ट्रियां
अप्रैल 5838
मई 6892
जून 7656
जुलाई 6721
अगस्त 6291
सितंबर 7303
अक्टूबर 6456
नवंबर 7433
दिसंबर 7815
जनवरी 7404
फरवरी 7757
मार्च 10000