
इस्लामाबाद, प्रेट्र। पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक की बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार युवक की विदेश यात्रा पर रोक लगाने के लिए अदालत में अर्जी देने का फैसला किया है। नूर मकदम (27) की जघन्य हत्या से पूरा पाकिस्तान सकते में है। जानने वाले नेकदिल युवती के कामों को याद कर रहे हैं। प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलिस से बिना दबाव में आए जांच करने और पुख्ता सुबूतों के साथ अदालत में जाने के लिए कहा है।
नूर की हत्या इस्लामाबाद में अफगान राजदूत की बेटी के अपहरण और पिटाई की घटना के कुछ ही दिन बाद हुई है। नूर की सिरकटी लाश इस्लामाबाद की एक पॉश कालोनी के घर से मंगलवार को मिली। पोस्टमार्टम में पता चला कि युवती को पहले गोली मारी गई और उसके बाद उसकी गर्दन काटी गई। पुलिस ने मामले में जाहिर जाफर नाम के युवक को गिरफ्तार किया है।
वह इस्लामाबाद के एक प्रभावशाली कारोबारी का बेटा है और उसके नूर के परिवार से अच्छे संबंध थे। नूर के पिता शौकत मकदम दक्षिण कोरिया और कजाखस्तान में पाकिस्तान के राजदूत रह चुके हैं। जाफर ज्यादातर अमेरिका और ब्रिटेन में रहता है। ऐसे में पुलिस उसके वापस वहां भागने का खतरा उठाने को तैयार नहीं है और वह उसका पासपोर्ट जब्त कर यात्रा पर प्रतिबंध लगवाने की अर्जी अदालत में देगी।
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक काजी जमील उर रहमान ने जांच दल से कहा है कि जाफर का नाम देश बाहर जाने से रोक की सूची में दर्ज कराने के लिए सरकार से अनुरोध किया जाए। रहमान ने कहा है कि पुख्ता सुबूतों के साथ जांच जल्द पूरी कर ली जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि नूर की हत्या से पहले उसके साथ बर्बरता की गई। मारपीट के बाद गोली मारी गई और उसके बाद सिर काटकर धड़ से अलग किया गया। पाकिस्तान उलेमा काउंसिल ने इस मामले की सुनवाई आतंकवाद के मामलों को सुनने वाली अदालत में कराने की मांग की है। इससे मामले का जल्द फैसला आएगा और हत्यारे को दंडित किया जा सकेगा।