भोपाल
प्रदेश में पुलिस बल की कमी से जुझ रहे पुलिस थाने और यातायात पुलिस को राहत देने के लिए पुलिस मुख्यालय एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इस प्रस्ताव के तहत प्रदेश के थानों और यातायात पुलिस को बल दिए जाने पर फोकस किया जा रहा है। यदि यह प्रस्ताव मंजूर हुआ तो प्रदेश के पुलिस थानों और यातायात पुलिस को लगभग दस हजार का बल मिल जाएगा।
सूत्रों की मानी जाए तो इस संबंध में पुलिस मुख्यालय की योजना शाखा प्रस्ताव तैयार कर रही है। इस प्रस्ताव में पुलिस बल की कमी और बढ़ती आबादी के अनुसार इस साल 8 हजार 260 के लगभग का बल प्रदेश के विभिन्न थानों को दिए जाने की बात की गई है। वहीं सड़कों पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और बेहतर यातायात व्यवस्था बनाने के लिए लगभग दो हजार चार सौ जवानों का बल यातायात पुलिस को दिये जाने का प्रस्ताव भी है। इनके अलावा भी कुछ अन्य शाखाओं में भी बल दिए जाने का प्रस्ताव इसमें शामिल है।
एक लाख पर 770 पुलिसकर्मी
एक अनुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में जितना बल उपलब्ध है उसके हिसाब से एक लाख की जनसंख्या पर केवल 770 पुलिसकर्मी हैं। इनमें आरक्षक से लेकर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तक शामिल हैं। बल की कमी के चलते पुलिस कर्मियों और अफसर पर काम का दबाव बना रहता है। आपराधिक मामलों की जांच जैसे कार्यों में भी इसके चलते देरी होती है। 2011 की जनगणना के मुताबिक मध्य प्रदेश की जनसंख्या 7 करोड़ 26 लाख थी वर्तमान की अनुमानित जनसंख्या लगभग आठ करोड़ 40 लाख के लगभग है। प्रदेश में 125000 स्वीकृत बल है लेकिन उपलब्धता एक लाख सात के लगभग की है।