विदेश

प्राइवेट जेट से विदेश यात्रा करने, PM सुनक ने बदली पॉलिसी? विपक्ष के निशाने पर आए

 लंदन

सत्ता संभालने के बाद से ही भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक विपक्ष के निशाने पर हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं कि सुनक ने अपनी पत्नी अक्षता को फायदा पहुंचाने के लिए एक पॉलिसी ही बदल दी। दरअसल ब्रिटेन की विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री सुनक पर हाल की एक बजट पॉलिसी को लेकर दबाव बना रही हैं। उनका कहना है कि इस पॉलिसी के जरिए अक्षता मूर्ति को फायदा पहुंचेगा। अक्षता का एक चाइल्ड केयर फॉर्म में निवेश है। आरोप है कि वे इस फर्म से जरिए नई पॉलिसी का फायदा उठा सकती हैं।

ब्रिटिश वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने पिछले महीने बजट पेश किया है। इस बजट में एक ऐसी पॉलिसी का जिक्र किया गया था जिससे चाइल्ड केयर फॉर्म को लाभ होगा। इस पायलट योजना के तहत लोगों को चाइल्डमाइंडर बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। चाइल्डमाइंडर माता-पिता की अनुपस्थिति में उनके बच्‍चे की देखभाल करने वाला व्‍यक्ति होता है। इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति चाइल्ड केयर फॉर्म 'कोरू किड्स लिमिटेड' में शेयरधारक हैं। योजना के तहत इस फर्म को लाभ होगा।

हालांकि मामले पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय 10 डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा है कि प्रधानमंत्री सुनक ने इस मामले पर ब्रिटेन के मंत्रिस्तरीय कोड का पालन किया है। हालांकि विपक्ष ने और स्पष्टीकरण मांगा है। लिबरल डेमोक्रेट के मुख्य व्हिप वेंडी चेम्बरलेन ने कहा, "ऋषि सुनक के लिए किसी भी संभावित हितों के टकराव और उनके परिवार को अपनी सरकार की नीति से प्राप्त होने वाली किसी भी अतिरिक्त आय पर जवाब देने के लिए गंभीर प्रश्न हैं।" लिबरल डेमोक्रेट के मुख्य व्हिप वेंडी चेम्बरलेन ने मंत्रियों के हितों पर स्वतंत्र सलाहकार सर लॉरी मैग्नस से जांच की मांग की है।

सुनक ने विदेश यात्राओं के लिए निजी जेट पर खर्च किए 500,000 यूरो

ऋषि सुनक की मुश्किलें यहीं कम नहीं हो रही हैं। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने पिछले साल केवल एक सप्ताह में प्राइवेट जेट विमानों पर लोगों के टैक्स के 500,000 यूरो से अधिक खर्च किए। अखबार ने कहा कि यूके सरकार ने मिस्र में COP27 शिखर सम्मेलन में ऋषि सुनक की उपस्थिति के लिए निजी जेट यात्रा पर 108,000 यूरो खर्च किए। उन्होंने 6 नवंबर को उड़ान भरी और अगले दिन वापस आ गए। एक हफ्ते बाद, वह 340,000 यूरो से अधिक की लागत से बाली, इंडोनेशिया में G20 शिखर सम्मेलन के लिए गए।

द गार्जियन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सुनक की दिसंबर में लातविया और एस्टोनिया यात्रा में 2,500 यूरो की व्यक्तिगत लागत के साथ कुल खर्चा 62,498 का हुआ था। लिबरल डेमोक्रेट्स ने आरोप लगाया है कि जब लोगों को खाने के लाले पड़े हैं तो ऐसे में "करदाताओं के पैसे की बर्बादी चौंकाने वाली" है।

 

KhabarBhoomi Desk-1

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