नई दिल्ली, एएनआइ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इस बात परप्रकाश डाला कि कैसे वह ट्रैक लीजेंड मिल्खा सिंह से प्रेरित थे। पीएम मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम “मन की बात” के दौरान मिल्खा सिंह और आगामी टोक्यो ओलंपिक के बारे में बात की। टोक्यो ओलंपिक खेलों में अब एक महीने से भी कम समय बचा है, जबकि पद्मश्री मिल्खा सिंह का निधन पिछले सप्ताह हो गया था।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा, “हम बात कर रहे हैं टोक्यो ओलिंपिक की तो मिल्खा सिंह जैसे दिग्गज एथलीट को कोई कैसे भूल सकता है। कुछ दिन पहले, हमने मिल्खा सिंह को खो दिया, क्योंकि वह COVID-19 से अपनी लड़ाई हार गए थे। जब वह अस्पताल में थे तो मुझे उनसे बात करने का मौका मिला। मैंने उनसे कहा कि उन्होंने 1964 के टोक्यो ओलंपिक में हमारे दल का नेतृत्व किया था और इसलिए आपको हमारे दल से बात करने की जरूरत है जो इस साल टोक्यो ओलंपिक के लिए रवाना होंगे। मैंने उनसे कहा कि उन्हें उन्हें प्रेरित करने की जरूरत है।”
देश के प्रधानमंत्री मोदी ने आगे इस बात को भी कबूल किया कि मिल्खा सिंह ने उनको भी प्रेरित किया। इस बारे में उन्होंने कहा, “मिल्खा सिंह खेल के प्रति समर्पित थे और इसलिए उन्होंने मेरी बात मान ली, लेकिन दुर्भाग्य से नियति के पास कुछ और ही था। मुझे आज भी याद है कि वह 2014 में सूरत आए थे और हमने एक नाइट मैराथन का उद्घाटन किया था। उस समय, हमने खेलों के बारे में बातचीत की और मैं वास्तव में इससे प्रेरित हुआ। हम सभी जानते हैं कि मिल्खा सिंह का पूरा परिवार खेल के प्रति समर्पित है।”
टोक्यो ओलंपिक खेल पिछले साल आयोजित होने वाले थे, लेकिन COVID-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिए गए थे, और अब यह इस साल 23 जुलाई से 8 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। मिल्खा सिंह पिछले हफ्ते COVID-19 से अपनी लड़ाई हार गए थे और उनके निधन पर दुनिया भर में शोक व्यक्त किया गया था। मिल्खा 91 वर्ष के थे।
आगे ओलंपिक के बारे में बात करते हुए, पीएम मोदी ने कहा: “जब प्रतिभा, समर्पण, दृढ़ संकल्प और खेल भावना एक साथ आती है, तो आपको एक चैंपियन मिलता है। हमारे देश में, एथलीट छोटे शहरों, गांवों और जिलों से बाहर आते हैं। हमारे सभी ओलंपिक के लिए जाने वाले एथलीटों को प्रेरणा के रूप में देखा जा सकता है।”