
इस्लामाबाद, एएनआइ। पाकिस्तान (Pakistan) की एक अदालत ने शुक्रवार को लाहौर फोर्ट में सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह (Maharaja Ranjeet Singh) की प्रतिमा को तोड़ने वाले आरोपित को जमानत दे दी है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार आरोपित रिजवान (Rizwan) के वकील ने अदालत को बताया कि पुलिस ने जांच पूरी कर ली है और उसके कब्जे से हथौड़ा भी ले लिया है। समा टीवी के मुताबिक आरोपित को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
ध्यान रहे कि महाराजा रणजीत सिंह की 180वीं पुण्यतिथि पर 27 जून, 2019 को उनकी कांसे की परत वाली नौ फुट ऊंची प्रतिमा लाहौर के किले में स्थापित की गई थी। उसके बाद से इसे हाल के समय में तीसरी बार तोड़ा गया है। भारत सरकार ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (Delhi Sikh Gurdwara Management Committee) के प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) ने भी इस घटना के लिए पाकिस्तान के कट्टरपंथियों की कड़ी आलोचना की है।
मीनार-ए-पाकिस्तान की घटना में 15 संदिग्ध हुए गिरफ्तार
पाकिस्तान की पुलिस ने आजादी दिवस के मौके पर मीनार-ए-पाकिस्तान (Minar-E-Pakistan) पर एक टिक-टाकर महिला के यौन उत्पीड़न के मामले में 15 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की बहुत भर्त्सना हुई थी। 14 अगस्त (14th August) को लाहौर (Lahore) में तकरीबन 400 युवकों ने इस महिला को बुरी तरह से पीट कर उसके कपड़े फाड़े, यौन शोषण किया और निवस्त्र हालत में उसे एक घंटे तक हवा में उछालते रहे थे।