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गुजरात में बारिश से हाहाकार, 24 घंटे में 9 इंच बरसे बादल, रेलवे स्टेशन में घुसा पानी

अहमदाबाद

बारिश और बाढ़ से आधा हिंदुस्तान त्राहि-त्राहि कर रहा है लेकिन सबसे ज्यादा बुरा हाल गुजरात का है. सूबे के ज्यादातर जिलों में लगातार बारिश हो रही है और नदी-नाले उफान पर हैं. जूनागढ़ और जामनगर पानी-पानी हो गए हैं, इन शहरों के ज्यादातर इलाकों में पानी भरा है, सड़कें दरिया बन गई हैं, घरों में पानी घुस आया है. सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात की सभी नदिया उफान पर हैं. पिछले 24 घंटे के दौरान नवसारी में 4 से 9 इंच बारिश हुई. गांधीधाम रेलवे स्टेशन भी पानी से लबालब है. गुजरात के सभी 33 जिलों में हल्की से लेकर जमाझम बारिश हुई है. हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने आपदा प्रबंधन के साथ बैठक की और NDRF की टीमों को मुस्तैद कर दिया गया है.

आज भी भारी बारिश के आसार

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मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार गुजरात में आज भी भारी बारिश के संकेत है. दक्षिण गुजरात में आज सुबह से ही झमाझम बारिश हो रही है. जिससे अहमदाबाद मुंबई नेशनल हाईवे पर जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. जलभराव से यातायात में दिक्कत हो रही है. ज्यादातर इलाकों में भारी बारिश के चलते जलभराव की समस्या हो रही है नेशनल हाईवे से गुजरने वाले सभी गाड़ी चालकों को दिक्कत हो रही है.

जलमग्न हुआ जूनागढ़

लगातार तीसरे दिन हुई भारी बारिश ने जूनागढ़ के ज्यादातर हिस्सों में जल भराव हो गया है. रिहाइशी इलाकों में घुटनों तक पानी भर गया है, जिससे निचले इलाकों वाले घरों में सब पानी-पानी हो गया है. ड्रोन द्वारा ली गई तस्वीरों से यहां के हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है. मौसम विभाग ने जूनागढ़ के लिए आज भी रेड अलर्ट घोषित किया है.

कच्छ में फंसे लोग

कच्छ के अंजार में भारी बारिश से निचले इलाको में तेज बहाव के साथ पानी बह रहा है. गांव तो गांव शहर में भी सड़कों पर नदियां बह रही हैं. गांधीधाम रेलवे स्टेशन के अंदर भी गंभीर जलजमाव हो गया है. वहीं, निचले इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करने की नौबत आन पड़ी . कच्छ के गलपाधर में नदी के तेज बहाव के बीच में 3 लोग फंस गए थे, जिन्हें डीएम अमित अरोरा और स्थानीय प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू करवाया.

जामनगर में ग्रामीण लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

इस अति बरसात के दौरान जामनगर के ध्रोल तालुका के रोजिया गांव में ग्रामीण लोग आने और जाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं. यहां भारी बारिश के कारण गांव के रास्ते में पानी भर गया है. पुल से गुजरने के लिए स्थानीय ग्रामीण लोगों ने ही रस्सी बांधकर लोगों का रेस्क्यू किया. पानी में डूबने से बचाने के लिए रस्सी बांधकर उनको एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है. रस्सी बांधकर ग्रामीण ही आने जाने वालों को डूबने से बचा रहे हैं.

नवासारी भी डूबा, अहमदाबाद की सड़कें भी डूबीं
गुजरात का नवासारी भी बारिश से त्राहिमाम कर  रहा है. मूसलाधार बारिश की मार ने इस शहर को रोक दिया है. नदियों में पानी बढ़ गया है, खेत खलिहान, गलियां मैदान, सब जलमग्न हैं. अहमदाबाद में बीती रात जबरदस्त बारिश हुई. बारिश की वजह से सड़कें पानी में डूब गई. रोड के आसपास खड़ी गाड़ियां पानी में डूबी हुई नजर आईं. अहमदाबाद के वीवीआईपी इलाकों में भी पानी ने व्यवस्थाओं की पोल खोल दी.

वडोदरा में निकले मगरमच्छ

वडोदरा में बारिश शुरू होने के साथ ही मगरमच्छ दिखना शुरू हो चुके हैं. कल रात (30 जून) को वडोदरा के भायली एरिया में 10 फ़िट लम्बा मगरमच्छ रास्ते पर देखा गया. मगर को देखते ही स्थानीय लोगों ने वन विभाग के सम्पर्क किया. वन विभाग द्वारा रात के अंधेरे में टॉर्च की लाइट के सहारे रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया.

महाराष्ट्र में बारिश का कहर

गुजरात के अलावा महाराष्ट्र के भी कई इलाके बाढ़ जैसी स्थिति से गुजर रहे हैं. खंडाला का लोनावला भुशी डैम पानी से लबालब है. हालांकि यहां पर्यटक इसका आनंद उठाते नजर आ रहे हैं.

बिहार में बारिश से आफत

बिहार के सासाराम में भी तेज बारिश की वजह से जलभराव हो गया है. ससाराम का सरकारी अस्पताल और उसका पूरा कैंपस पानी पानी हो गया है. अस्पताल परिसर में ऐसी कोई जगह नहीं बची है जहां बारिश का पानी न पहुंचा हो. वहीं, सासाराम के सोन नदी में 25 से ज्यादा ट्रक नदी के बीचो-बीच फंसे हुए हैं. सभी ट्रक बालू खनन के लिए नदी में गए हुए थे लेकिन अचानक से पानी बढ़ने के कारण सभी ट्रक फंस गए. बता दें कि इंद्रपुरी बांध से छोड़े गए पानी और मध्य प्रदेश में हो रही बारिश के बाद सोन नदी में  जलस्तर बढ़ गया है.

 

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